दीक्षांत समारोह से पहले CCSU बना अखाड़ा, पुलिस-छात्रों के बीच हुई धक्का-मुक्की
Meerut News: मेरठ का चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय दीक्षांत समारोह से ठीक एक दिन पहले अखाड़ा बन गया. ABVP के बैनर तले सैकड़ों छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के खिलाफ अपना विरोध जताया.
CCS University Meerut: दीक्षांत समारोह से ठीक एक दिन पहले मेरठ का चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय अखाड़ा बन गया. एबीवीपी के बैनर तले सैकड़ों छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के खिलाफ अपना विरोध जताया. छात्र-छात्राएं इतने गुस्से में थे की वीसी के ऑफिस में जबरन घुसने का प्रयास किया और पुलिस से उलझ बैठे. वीसी ऑफिस के कैंपस में दाखिल होने में छात्र-छात्राएं कामयाब हो गए, लेकिन ऑफिस के भीतर नहीं जा पाए तो वहीं धरना देकर बैठ गए.
मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय में एबीवीपी ने कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. आज कई जिलों के सैकड़ों छात्र-छात्र छात्राएं अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के बैनर तले सीसीएसयू में धरना देने आए थे. छात्र-छात्राएं कुलपति को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े थे, लेकिन वीसी छात्र-छात्राओं से मिलने नहीं आई तो इससे छात्र-छात्राएं आग बबूला हो गए और वीसी ऑफिस के भीतर जाने लगे. पुलिस ने जब उन्हें रोका तो पुलिस से खूब धक्का-मुक्की हो गई. पुलिस वालों और क्यूआरटी को धक्का देकर छात्र-छात्राएं वीसी ऑफिस के कैंपस में दाखिल हो गए. कुछ छात्र-छात्राएं कैंपस का गेट फांदकर भी वीसी ऑफिस कैंपस में पहुंच गए.
वीसी ऑफिस का शटर उखाड़ने का प्रयास, पुलिस से हुई नोकझोक
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के छात्र-छात्राएं वीसी प्रो. संगीता शुक्ला के ऑफिस कैंपस में तो दाखिल हो गए, लेकिन अहतियात के तौर पर उनके ऑफिस के शटर पर ताला डाल दिया गया था. छात्र-छात्राएं जब पुलिस को धक्का-देकर वीसी के ऑफिस कैंपस में दाखिल हुए तो वहां शटर को बंद देखकर और भड़क उठे. छात्र-छात्राएं इतने गुस्से में थी शटर को उखाड़ने का प्रयास किया जाने लगा. शटर को जोर-जोर हिलाकर उखाड़ने का प्रयास किया. इससे पुलिस को हाथ पांव फूल गए. कुछ छात्र शटर पर चढ़ भी गए. पुलिस ने जब छात्रों को रोका तो इसको लेकर फिर कहासुनी के बाद जमकर नोंकझोंक भी हुई और खूब धक्का मुक्की की.
अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के बैनर तले छात्र छात्राएं पहले वीसी ऑफिस के बाहर ही डेरा डालकर बैठे थे. वीसी पर भ्रष्टाचार के कई बड़े आरोप लगाए जा रहे थे. वीसी प्रो. संगीता शुक्ला को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे. हाथों में तख्तियां लेकर छात्र-छात्राएं तमाम तरह के आरोप लगा रहे थे. छात्रों ने एलान कर दिया कि पांच मिनट दी जा रही हैं, वीसी नहीं आई तो फिर वीसी ऑफिस में जबरन घुस जाएंगे. छात्र-छात्राओं की चेतावनी को पुलिस प्रशासन और सीसीएसयू प्रशासन ने हलके में लिया. बस फिर क्या था छात्रों का हुजूम आगे बढ़ा और पुलिस को धकियाते हुए वीसी ऑफिस कैंपस में जा पहुंचा. एबीवीपी की प्रांत मंत्री क्षमा शर्मा, प्रांत सहमंत्री अर्जुन ने चेतावनी दे डाली, कहीं नहीं जाएंगे अनिश्चितकालीन धरना यहीं चलेगा.
कई थानों से बुलाई गई फोर्स, पल पल की अपडेट लेते रहे अधिकारी
चूंकि मंगलवार को चौधरी चरण सिंह विश्विधालय का दीक्षांत समारोह है. सीसीएसयू प्रशासन उसी की तैयारियों में जुटा हुआ था, लेकिन सभी इस बात से अंजान थे कि आज एबीवीपी के बैनर तले इतना बड़ा प्रदर्शन होगा. छात्रों ने चेतावनी दे डाली कि क्या दिक्कत है राज्यपाल महोदय को पता होना चाहिए कि वीसी प्रो. संगीता शुक्ला आखिरकार कितना भ्रष्टाचार कर रही है और छात्र-छात्राएं कैसे मारे-मारे फिर रहें हैं. इस धरना प्रदर्शन के और ज्यादा बड़ा होने के चलते कई थानों की फोर्स बुला ली गई. आरपीएफ की भी कई और टुकड़ियां बुला ली गईं थी और सुरक्षा का बड़ा घेरा बनाया गया था.
पूरे दिन चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय में गहमागहमी और हंगामें का दौर चलता रहा. एबीवीपी नेताओं के तेवर और छात्रों के गुस्से को देखते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय की वीसी प्रो. संगीता शुक्ला से छात्र-छात्राओं का एक प्रतिनिधि मंडल देर शाम मिला और अपनी मांगे उनके सामने रखी. विश्वविधालय की नियुक्तियों में अनियमितता, निमयमित और स्ववित्तपोषित छात्रों की फीस और सुविधाओं में अनियमितता, छात्र कल्याण अधिष्ठाता को भंग करने और निजी विधालयों को बिना जांच के मान्यता के आरोप लगा ज्ञापन दिया गया.
इसी के साथ ही वीसी पर आरोप लगाया कि लखनऊ जाने के दौरान सरकारी गेस्ट हाउस को इस्तेमाल करने के बजाय पांच सितारा होटल में हर बार रुकने पर एक लाख का खर्च क्यों किया जाता है. एबीवीपी की प्रांत मंत्री क्षमा शर्मा का कहना है कि हमारी सभी मांगे मान ली गईं और भविष्य के लिए भी आश्वासन दिया गया. इसलिए छात्र-छात्राओं ने धरना खत्म कर दिया है, यदि वादा खिलाफी की गई तो फिर आंदोलन का रास्ता तो हमेशा खुला ही रहता है.
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