मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में श्रीरामचरित मानस और श्रीमद्भागवत गीता का भी पाठ पढ़ाया जाएगा. 2021 के सत्र से विश्वविद्यालय ऐसे कोर्सेज की शुरुआत करने जा रहा है जिसमें श्रीरामचरि तमानस और श्रीमद्भागवत गीता का भी अध्यन कराया जाएगा. इस दौरान श्रीरामचरित मानस और गीता में छिपे विज्ञान का भी अध्यन कराया जाएगा.


सिलेबस तैयार करने के लिए समिति गठित
श्रीरामचरित मानस और श्रीमद्भागवत गीता से संबंधित सिलेबस तैयार करने के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है. विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में निर्णय लिया गया है कि इन दोनों पाठ्यक्रमों में एक साल का सर्टिफिकेट कोर्स और दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स शुरू किया जाएगा.


छात्रों में उत्साह
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एनके तनेजा का कहना है कि रामचरित मानस और श्रीमद्भागवत गीता में बहुत सारी बातें वैज्ञानिक हैं, जिसे आधुनिक विज्ञान भी स्वीकारता है. ऐसे में विश्वविद्यालय की कमेटी उसी विज्ञान को लेकर पाठ्यक्रम तैयार करेगी. कोर्स को लेकर छात्रों में काफी उत्साह है, उनका कहना है कि पढ़ाई के साथ-साथ ज्ञान भी बढ़ेगा और हम अपने इतिहास के साथ-साथ रामायण और महाभारत काल का भी अध्यन कर सकेंगे.


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