लखनऊः मेरठ के शहीद स्मारक पर चौरी-चौरा शताब्दी समारोह में अधिकारियों ने शहीदों को याद कर उन्हें नमन किया. कहा जाता है कि अमर शहीदों के दृढ़ संकल्प ने स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए प्रेरित किया था. अमर शहीदों की याद में प्रदेश में आज से चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव प्रारंभ हुआ है.


इस मौके पर राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय शहीद स्मारक पर शाम 5:30 बजे पुलिस बैंड ने राष्ट्रगान की प्रस्तुति दी. इसके साथ ही सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा सहित अन्य गाने भी बैंड के माध्यम से किए गए. वहीं रागिनी गायन की मनमोहक प्रस्तुति ने सभी के दिल पर अमिट छाप छोड़ी. इस अवसर पर शहीद स्तंभ और शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन कर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.


इस दौरान विधायक कैंट, अपर पुलिस महानिदेशक, आयुक्त ,जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों भी कार्यक्रम में मौजूद रहे. जिन्होंने शहीद स्तंभ के निकट और शहीद भगत सिंह जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन कर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की.


चौरी चौरा कांड में हुई थी 22 पुलिसकर्मियों की मौत


आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर से करीब 22 किलोमीटर दूर स्थित चौरी चौरा एक कस्बा था. जहां 4 फरवरी 1922 को भारतीयों ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. उस प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़की, जिससे 22 पुलिस कर्मचारियों की मौत हो गई थी. जिसका उल्लेख इतिहास में चौरी-चौरा कांड के नाम से किया गया है.


4 फरवरी 1922 की तारीख जिसे चौरी चौरा कांड के नाम से इतिहास में दर्ज किया गया है और 4 फरवरी 2021 को सौ वर्ष होने पर पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर शहीदों और उनके परिजनों को वह सम्मान मिलने जा रहा जिसके वे हकदार हैं. चौरी चौरा शताब्दी वर्ष समारोह चार फरवरी 2021 से शुरू होकर साल भर चलेगा.


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