UP Crime News: वाराणसी पुलिस ने तीन कांस्टेबल को निलंबित कर जेल भेज दिया है. मामला अवैध वसूली की कोशिश और धोखाधड़ी से जुड़ा है. एडिशनल सीपी संतोष सिंह ने बताया कि तीनों कांस्टेबल की भूमिका सामने आई थी. मुकदमा राजस्थान निवासी वेंकटेश्वर तिवारी की तहरीर के आधार पर दर्ज किया गया है. जेल गए कांस्टेबल में दो सारनाथ थाने और एक कैंट थाने के हैं. वेंकटेश्वर का आरोप है कि शादी कराने का झांसा देकर वाराणसी बुलाया गया और लूटपाट के साथ अवैध वसूली की कोशिश की गई. पुलिस ने तीन कांस्टेबल समेत 10 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. आरोपियों में तीन कांस्टेबल, दलाल विजय जैन, संजय श्रीवास्तव, पत्नी, मां, बहन, जीजा इत्यादि शामिल हैं.
ठगी और अवैध वसूली की कोशिश के आरोप में तीन कांस्टेबल गिरफ्तार
दलाल विजय जैन के माध्यम से वेंकटेश्वर वाराणसी शादी करने आए थे. 5 साल के बच्चे की मां को अविवाहित बताकर नोटरी से कचहरी में रजिस्ट्रेशन हुआ. पूरी प्रक्रिया में दलाल-और तीनों कांस्टेबल की साठगांठ थी. विदाई के बाद दुल्हन को ले जाते वक्त रास्ते में गाड़ी रोक ली गई. आरोप लगाया गया कि लड़की को मर्जी के बिना भगा कर ले जाया जा रहा है. लड़की ने भी कांस्टेबल की हां में हां मिला दी. उसने गवाही दी कि जबरन ले जाया जा रहा है. साधना क्षेत्र में गाड़ी खड़ी कर कांस्बेटबल लेनदेन के बारे में डील करने लगे. राजस्थान निवासी वेंकटेश्वर से दो लाख रुपए की मांग की गई.
राजस्थान के शख्स की 5 वर्षीय बच्चे की मां से अविवाहित बताकर शादी
पीड़ित को शादी के नाम पर ठगी का एहसास हो गया. उसने किसी माध्यम से पुलिस तक सूचना पहुंचाई. जांच में पाया गया कि लड़की केवल ठगने के इरादे से शादी के लिए तैयार हुई थी. विदाई के बाद राजस्थान में लुटेरी दुल्हन बनने का मंसूबा था. संतोष सिंह ने बताया कि पुलिस विभाग के तीन कांस्टेबल की संलप्तिता सामने आई है. सबक सिखाने के लिए तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. अवैध धंधों में शामिल कांस्टेबल के खिलाफ आगे कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लड़की को राजस्थान निवासी शख्स के खिलाफ गवाही देने को बताया दिया गया था. उन्होंने कहा कि दलाल विजय जैन राजस्थान से बुलाकर लोगों की शादी कराता है. ठगी का शिकार बनाने के लिए तीनों कांस्टेबल से दलाल की मिलीभगत थी.