Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami: इंसान की किस्मत पलटने में वक्त नहीं लगता. कब किस्मत पलटी मार दे कुछ नहीं कहा जा सकता. कुछ ऐसा ही हुआ उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुक चेतन साथ, जो लॉकडाउन में बेरोजगार होकर दर दर भटक रहे थे. लेकिन चेतन इन दिनों खुश हैं क्योंकि वो अब मुख्यमंत्री के कुक हैं.


दरअसल, लॉकडाउन में काम धंधा बंद हुआ तो पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले 35 साल के चेतन भी बेरोज़गार हो गए. कोरोना काल के दौरान उन्हें नेहरुग्राम में चल रहा अपना रेस्टोरेंट बेचना पड़ा. रेस्टोरेंट बेचकर जो पैसे मिले उसी से कोरोना काल में ज़िन्दगी का गुजारा किया. लेकिन अचानक चेतन की किस्मत पलट जाएगी ये चेतन को भी नहीं पता था.


पुष्कर धामी से मिले और चेतन की ज़िंदगी पलट गई


लेकिन चेतन की किस्मत ऐसे पलटी कि नए सीएम पुष्कर सिंह धामी के कुक बन गए. चेतन एक  साल तक घर पर खाली रहे और परेशान होकर उन्होंने नौकरी के लिए अपने एक परिचित से गुहार लगाई. उसी परिचित ने चार दिन पहले ही उन्हें पुष्कर सिंह धामी से मिलवाया और नौकरी देने की शिफारिश की. शुक्रवार को ही चेतन, पुष्कर धामी से मिले और बस उनकी ज़िंदगी पलट गई.


कहा तो ये भी जा रहा है कि चेतन, पुष्कर सिंह धामी के लिए भी लकी साबित हुए क्योंकि सीएम बनने से एक दिन पहले ही उन्होंने चेतन को अपने यमुना कॉलोनी आवास पर नौकरी पर रखा था. दूसरे दिन ही पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री बन गए. भले ही ये महज इत्तेफाक हो लेकिन पुष्कर सिंह धामी और चेतन की किस्मत एक ही दिन पलटना किसी संयोग से कम नहीं.


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