Azamgarh News: आस्था का महापर्व डाला छठ पूरे देश में बड़ी आस्था और उल्लास के साथ मनाया गया. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में भी छठ पर्व का त्यौहार लोगों ने मनाया. जिले के इटौरा स्थित जिला कारागार में भी चार महिला बंदियों ने छठ का व्रत रखा और अन्य बंदियों से अलग रखकर घर जैसा माहौल दिया गया है. धार्मिक आस्था के इस महापर्व के लिए जेल में छोटा तालाब बनाया गया था. जिसमें बंदी महिलाओं ने छठ व्रत कर पूजा अर्चन की. साथ ही छठी माता से मनोकामना मांगी.


जेल में बंद छठ व्रतियों के लिए जेल प्रशासन ने छठ में लगने वाले प्रसाद, नारियल, फल, ठेंकुआ, सूप सहित पूजा की हर सामग्री उपलब्ध कराई. छठ व्रतियों की पवित्रता का ध्यान विशेष रूप से रखा गया था. डूबते सूरज को अर्घ्य देने के लिए अन्य कैदी भी पहुंचे. जेलर विकास कटियार ने बताया कि जेल की तरफ से व्रती बंदियों को सारी पूजा सामग्री उपलब्ध कराई गई. इसके साथ की जेल परिसर में पूजन के लिए पानी के कुंड को भी बनवाया गया था. विधि विधान के साथ व्रती बंदियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. अच्छे से छठ पूजा का त्यौहार मनाया गया.


देवभूमि उत्तराखंड में मनाया गया छठ
इधर, देवभूमि उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में छठ का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. छठ पर व्रतधारी महिलाओं ने निर्जला व्रतकर अपने पुत्र की दीर्घायु की कामना छठी मईया से की. मूलतः बिहार और प्रदेश से शुरू छठ का पर्व अब देश के अलग-अलग राज्यों में मनाया जाने लगा है. छठ पर्व को लेकर लोगों में खूब आस्था है. सोलह श्रृंगार, निर्जला व्रत, पूजन सामग्री और आस्था के सागर में डुबकियां लगाते हुए महिलाओं ने व्रत के अंतिम दिन उगते हुए सूरज को अर्घ्य देकर अपनी मनोकामना मांगी.


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