Chhath Puja 2022: गोंडा के खैरा भवानी मंदिर में शुरू हुई छठ की तैयारी, सुरक्षा के लिए महिला पुलिकर्मी तैनात
Chhath Puja 2022: गोंडा के खैरा भवानी मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहां 45 साल से विधि-विधान से छठ पूजा मनाई जाती है. उगते सूर्य और अस्त होते सूर्य को महिलाएं अर्घ्य देती हैं और देवी की पूजा करती हैं.
Gonda News: छठ महापर्व का शुभारंभ शुक्रवार से हो गया है. देशभर में यह त्योहार उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है. इसी क्रम में गोंडा के गोंडा के खैरा भवानी मंदिर के पोखरे में साफ-सफाई की तैयारियां लगातार की जा रही हैं. नगर पालिका और मंदिर परिसर के कर्मचारी पोखरे में विसर्जित की गई मूर्तियों के अवशेष निकाल कर बाहर कर रहे हैं. 30 अक्टूबर को छठ पूजा होनी है, जिसको लेकर पुरजोर तरीके से तैयारियां की जा रही हैं.
महिलाएं उगते हुए सूरज और अस्त होते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हुए पूजा पाठ करेंगी और अपने परिवार के कल्याण के लिए माता से प्रार्थना करेंगी. गोंडा के खैरा भवानी मंदिर के बगल में बने पोखरे में एक बोर्ड भी लगा हुआ है, जिसपर लिखा है कि यहां पर कूड़ा फेंकना वर्जित है. हालांकि, लोग फिर भी लगातार वहां पर अपने घरों से निकलने वाले अवशेष और अन्य अवशेषों को पोखरे में फेंककर उसे दूषित कर रहे हैं. फिलहाल, छठ पूजा को देखते हुए लगातार यहां की सफाई की जा रही है.
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समझाने के बावजूद लोग हीं फेंक रहे सामाना
मंदिर के महंत कैलाश नाथ जी ने कहा है कि लगभग 40- 45 साल से यहां पर छठ पूजा होती है, जिसमें हजारों की संख्या में महिलाएं आती हैं और उगते हुए सूरज और अस्त हुए सूरज को अर्घ्य देकर पूजा पाठ करती हैं. सुरक्षा की दृष्टि से यहां पर महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है. यहां पर अगर मां लक्ष्मी और दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन ना हो, तो साफ सफाई लगातार बनी रहे. कुछ लोगों को समझाया गया, लेकिन इसके बावजूद लगातार घर का कचरा यहां फेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं.
छठ पूजा से एक दिन पहले होगी सफाई
वहीं, छठ पर्व पर जिस पोखरे में पूजा-पाठ किया जाता है, वहां का रियलिटी चेक किया गया तो साफ-सफाई के बाद भी लगातार फूलों के अवशेष और बाकी अपशिष्ट पदार्थ पड़े पाए गए. मंदिर के महंत कैलाश नाथ गिरी ने कहा है कि नगर पालिका के कर्मचारी और मंदिर के कर्मचारी साफ सफाई कर रहे हैं. मूर्ति विसर्जन के बाद प्रतिमा के अवशेषों को निकाला जा रहा है. छठ पूजा से एक दिन पहले ही पूरी तरीके से साफ-सफाई की जाएगी.
बता दें, छठ पूजा रविवार और सोमवार, 2 दिन मनाई जाएगी. महिलाएं पूजा-पाठ करेंगी. घाट के किनारे महिलाओं द्वारा अपने-अपने नाम का पिंड पारा जा रहा है.