देहरादून, एबीपी गंगा। एबीपी गंगा सिर्फ एक न्यूज चैनल ही नहीं बल्कि विचारों का वो संगम है जहां समाज की दिशा तय करने वाले विचार प्रवाहित होते हैं। उत्तर प्रदेश के बाद अब बारी उत्तराखंड की है। इस बार एबीपी गंगा के खास कार्यक्रम का मंच सजा है देवभूमि की राजधानी देहरादून में। इस मंच पर सबसे पहले परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने पर्यावरण और नदियों में बढ़ते प्रदूषण को लेकर अपनी बात कही। चैनल के संपादक राजकिशोर से बात करते हुये उन्होंने तमाम बातें रखीं।
उन्होंने कहा कि जल का प्रदूषण समाज के लिए घातक है। जल स्वस्थ तो समाज स्वस्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि शिवालय की नगरी से स्वच्छता का संकल्प लेने की बात कही। स्वामी चिदानंद ने कहा कि देश में बायो टॉयलेट्स की जरुरत है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों के बाद अब सोच में बदलाव आ रहा है। यही नहीं उन्होंने आह्वान किया कि 'स्कूल के छात्र पेड़ लगाने का अभियान चलाएं'। अगर बच्चे ठान लें तो देश स्वच्छ हो जाएगा। युवा शक्ति ठान ले तो कुछ असंभव नहीं।
पर्यावरण को लेकर कई अभियान से जुड़े चिदानंद स्वामी ने कहा कि सोच बदलेगी तो माहौल बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि 'उत्तराखंड के पानी और जवानी को बचाना है'। पर्यारवण असंतुलन पर उन्होंने कहा कि वातावरण को लेकर कुछ बड़ा होने वाला है। भविष्य में पानी की काफी कमी हो जाएगी। एबीपी गंगा प्रवाह के मंच से उन्होंने अपील करते हुये कहा कि जल बचाने की भी मुहिम चलाएं।