विरोधियों पर भड़के सीएम योगी, कहा- राम भक्तों पर गोली चलाने वालों को सवाल पूछने का हक नहीं
सीएम ने कहा कि रामराज्य का मतलब किसी धार्मिक शासन व्यवस्था से नहीं है और देश को रामराज्य की जरूरत है, समाजवाद की नहीं।
लखनऊ, भाषा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को विरोधियों पर जमकर भड़के। सीएम योगी ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विरोधी नेताओं को खरी-खरी सुनाई। सीएम ने कहा कि रामराज्य का मतलब किसी धार्मिक शासन व्यवस्था से नहीं है और देश को रामराज्य की जरूरत है, समाजवाद की नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘राम भक्तों पर गोली चलाने वालों को मुझसे सवाल पूछने का कोई हक नहीं है। विपक्ष आज सीएए प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों पर हुई कार्रवाई का जवाब मांग रहा है। ऐसे लोगों को रामराज्य का अर्थ समझ में आने से रहा। रामराज्य कुछ और नहीं सुशासन है। मेरी सरकार इसके लिए लगातार प्रयासरत है। राम हमारे लिए आदर्श, अराध्य और मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि के मसले पर फैसला देकर उच्चतम न्यायालय ने भी राम भक्तों की भावनाओं पर मुहर लगाई है।’’
सीएम ने विधानसभा में अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा, "इस देश में रामराज्य ही चाहिये, समाजवाद नहीं चाहिये। क्योंकि जो अस्वाभाविक है, अप्राकृतिक है और अमानवीय है, वह चेहरा समाजवाद का देश के सामने आया है। जो सार्वभौमिक है, सार्वदेशिक है, सर्वकालिक है, कालपरिस्थितियों से परे शाश्वत है, वही रामराज्य है।'
सीएम ने आगे कहा कि अयोध्या में लोगों की दबी हुई भावनाओं को मंच मिला तो पूरी दुनिया में भारत के लोकतांत्रिक व्यवस्था का परचम लहराया। 9 नवंबर 2019 को यह मुहावरा सच साबित हुआ कि अगर कानून व्यवस्था मुकम्मल हो तो वाकई में बड़ी से बड़ी घटना के बाद भी परिंदा पर नहीं मार सकता। अयोध्या फैसला आने के बाद ये भी साफ हो गया कि रामभक्तों पर गोली चलाने वाले गलत थे। इसे वही सही मान सकते हैं जिन लोगों की मंशा आतंकवादियों से मुकदमे वापस लेने की रही है।
योगी ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा 'तुलसीदास ने कहा कि कोई-कोई ही इस अवधारणा को समझ पायेगा। हर व्यक्ति की समझ से बाहर है कि वास्तव में रामराज्य है क्या।' इसके अलावा उन्होंने सपा और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘जिन लोगों ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोलियां चलवायीं वे आज उपद्रवियों पर हो रही कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। जिन लोगों ने इसी सदन में विधायकों को चोटिल किया था वे सदन की गरिमा की दुहाई देते हैं। तंदूर कांड करने वाले लोग महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं। 'बच्चों से गलती' हो जाने की बात कहने वाले लोग यहां पर महिला सुरक्षा की बात कर रहे हैं।’’