मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा- पाकिस्तान का विलय होगा या समाप्त होगा
विभाजन विभीषिका दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा दावा किया है. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के संदर्भ में सीएम ने कहा है कि या तो पाकिस्तान का विलय होगा या वह समाप्त हो जाएगा.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने संकेतों में कहा है कि पाकिस्तान का भारत में विलय हो जाएगा. विभाजन विभीषिका दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के संदर्भ में बड़ा दावा करते हुए कहा कि या तो पाकिस्तान का विलय होगा या वह समाप्त हो जाएगा. सीएम योगी ने कहा- जो 1947 में हुआ वो अब बांग्लादेश में हो रहा है. हम विभाजन की त्रासदी दोबारा नहीं होंगे देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस विभाजन की त्रासदी के लिए कभी माफी नहीं मांगेगी. कांग्रेस को जब भी मौका मिला उसने देश का गाला घोंटा. इनके पापों की कभी माफी नहीं दी जा सकती है. बांग्लादेश में 1947 में 22 % हिन्दू थे आज 7 % रह गए हैं. हमारी सबकी सहानभूति उन हिन्दुओं के साथ होना चाहिए. अखंड भारत का सपना ही इस तरह के घटना का समाधान होगा.
'दुनिया में कहीं संकट आता है तो..'
सीएम ने कहा कि अगर 1947 में भारत के राजनीतिक नेतृत्व के पास मजबूत इच्छाशक्ति होती तो दुनिया की कोई ताकत वो आप्रकृतिक बंटवारा नहीं करा पाती. पर कांग्रेस के सत्ता के लोभ ने भारत को बर्बाद किया. जब जब इनके पास सत्ता गई है इन्होंने देश के मोल पर राजनीति की है.
सीएम ने कहा कि जब 1947 में पंडित नेहरू और कांग्रेस पार्टी तिरंगा लहरा कर जश्न बना रही थी उस समय अनगिनत लोग अपनी मातृभूमि छोड़ने को विवश थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्ष की भारत की प्रगति दुनिया को अचंभित करती है. इसीलिए दुनिया में कहीं संकट आता है तो दुनिया भारत की तरफ देखती है.
बता दें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बीते साल सितंबर में अखंड भारत से जुड़े एक सवाल का जवाब दिया था. नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान भागवत ने कहा था कि यह नहीं बता सकते कि अखंड भारत कब तक अस्तित्व में आएगा लेकिन अगर आप इसके लिए काम करते रहेंगे तो आपके बूढ़े होने से पहले यह हो सकता है. क्योंकि जो लोग हमसे अलग हो गए हैं, उन्हें लगता है कि उनसे गलती हुई है. उन्हें लगता है कि फिर से भारत के साथ आना चाहिए.