Uttarakhand Civil Aviation Department: उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु (SS Sandhu) ने गुरुवार को सचिवालय में नागरिक उड्डयन विभाग की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में हेलीपोर्ट और हेलीपैड्स की संख्या को लगातार बढ़ाए जाने की आवश्यकता है. मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी में पर्यटन एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इसके साथ ही प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र आपदा की दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील हैं.


डॉ. एसएस संधु ने कहा कि सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमें पूरे प्रदेश के अलग-अलग स्थानों को सड़कों के साथ ही एयर कनेक्टिविटी उपलब्ध कराए जाने की आवश्यकता है. इससे पर्यटन क्षेत्रों में हाई एंड पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा जैसी परिस्थितियों में भी यह हेलीपैड अत्यधिक सहायक सिद्ध होंगे.


हेलीपैड्स और हेलीपोर्ट्स की प्रगति की ली जानकारी


मुख्य सचिव ने जौलीग्रांट के पास हेलीपोर्ट और नैनीताल-मसूरी जैसे पर्यटन स्थलों के लिए आस-पास के क्षेत्र में हेलीपैड शीघ्र तैयार किए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने हेलीपैड्स और हेलीपोर्ट्स के लिए चिन्हित किए गए मामलों में वन भूमि हस्तांतरण आदि के कार्यों में तेजी लाए जाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने तैयार किए जा रहे हेलीपैड्स और हेलीपोर्ट्स की प्रगति की भी जानकारी ली. इस अवसर पर सचिव सचिन कुर्वे और अपर सचिव के साथ सीईओ यूसीएडीए सी. रविशंकर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.


केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के लिए दिए ये निर्देश


इससे पहले मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने बीते 4 अगस्त को सचिवालय में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान यूपीसीएल को निर्बाध और स्थिर विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए थे. मुख्य सचिव ने अधिकारियों से पावर कट के कारण कितनी देर कार्य बाधित रहा, इसकी भी नियमित रिपोर्ट मुख्य सचिव कार्यालय को भेजे जाने के निर्देश दिए. उन्होंने सितंबर महीने से विद्युत पोल और अन्य उपकरणों को भी स्थापित किए जाने के निर्देश दिए.


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