मेरठ, बलराम पांडेय: मेरठ में एक बच्चा अपने अपार्टमेंट की लिफ्ट में एक घंटे तक फंसा रहा. वो लिफ्ट के अंदर से अलार्म बजाता रहा. चीखता-चिल्लाता रहा लेकिन किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी. बच्चा लिफ्ट के अंदर फंसा हुआ था और उसके माता पिता घर के बाहर अपने लाल को खोज रहे थे. आखिरकार एक घंटे बाद एक शख्स ने बच्चे की आवाज सुनी तब उसे बाहर निकाला गया. इस घटना से बच्चे और उसके परिवार की रूह कांप गई.


अचानक लिफ्ट बंद हो गई
अगर लिफ्ट एक मिनट के लिए बंद हो जाए तो जान के लाले पड़ जाते हैं. सोचिए अगर कोई बच्चा एक घंटे तक अंधेरे में लिफ्ट के अंदर बंद रहा हो तो उस पर क्या बीती होगी. ऐसी ही घटना मेरठ से सामने आई है. यहां एक अपार्टमेंट में एक बच्चा लिफ्ट से वापस अपने घर चौथी मंजिल पर लौट रहा था तभी अचानक लिफ्ट बंद हो गई.


घरवाले भी परेशान हो गए
बच्चे ने हिम्मत दिखाई. उसने पहले अलार्म बजाया. फिर चीखा-चिल्लाया लेकिन किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी. इधर एक घंटे तक बच्चे के घर वापस न आने से घरवाले भी परेशान हो गए. आखिरकार एक घंटे बाद एक शख्स ने लिफ्ट के अंदर से बच्चे की आवाज सुनी तब सिक्योरिटी गार्ड आए जिसके बाद बच्चे की जान बची.


चीखने की आवाज सुनी
बेटे की स्कूटी अपार्टमेंट में ही खड़ी देख माता-पिता के होश फाख्ता हो गए थे. आखिर उनका बच्चा गया तो गया कहां. वो कभी किसी दोस्त को कॉल करते तो कभी किसी और को, लेकिन क्षितिज का कोई पता नहीं चल पा रहा था. आखिरकार परिवार के एक सदस्य जब लिफ्ट के पास पहुंचे तो उन्होंने बेटे के चीखने की आवाज सुनी. तब जाकर किसी तरह बच्चे की जान बची. मेरठ के गंगानगर स्थित एक अपार्टमेंट की इस घटना के बारे में जिसने भी सुना वो हैरान रह गया.


बच्चे ने गलत बटन दबा दी
उधर, अपार्टमेंट के पार्टनर (बिल्डर) का कहना है कि लिफ्ट में कोई खराबी नहीं थी. उन्होंने कहा कि क्योंकि बिजली वोल्टेज में उतार चढ़ाव हो रहा था इसलिए ये हादसा हुआ. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि बच्चे ने गलत बटन दबा दी इसलिए लिफ्ट बंद हो गई.


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