Chitrakoot: चित्रकूट में गंदा पानी पीने से कई गांवों में फैला डायरिया, ग्रामीणों ने प्रधान पर लगाए गंभीर आरोप
चित्रकूट में कई गांवों में डायरिया फैल गया है. गंभीर रूप से बीमार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन गांवों में बारिश के मौसम में अक्सर यह बीमारी फैल जाती है.
UP News: चित्रकूट जनपद (Chitrakoot) में मानिकपुर तहसील के खिचरी गांव में दूषित पानी पीने से लगातार डायरिया का प्रकोप फैलते जा रहा है जिसके चलते आज फिर एक दर्जन से ज्यादा डायरिया के मामले सामने आए हैं. मानिकपुर के कई गांव डायरिया से प्रभावित है जिनमें सबसे ज्यादा डायरिया के मरीज चुरेह,निही,चेरिहा,गोपीपुर और मारकुण्डी गांव में थे, लेकिन अब खिचरी गांव को भी डायरिया ने अपनी चपेट में ले लिया है जहां एक दर्जन से भी ज्यादा लोग बीमार पड़े हुए हैं तो गंभीर रूप से बीमार लोगों को अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है.
ग्रामीणों ने लगाए साफ-सफाई न करने के आरोप
स्वास्थ्यकर्मी बताते हैं कि डायरिया की मुख्य वजह दूषित पानी है वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान द्वारा साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. कभी भी सफाई-कर्मी आकर गांव में सफाई का काम नहीं करते जिसका नतीजा यह है कि हैंडपंप के चारों ओर गंदा पानी और सड़न है जो कि उसी हैंडपंप में जा रही है और ऐसा पानी पीने से बीमारियां पनप रही है. उधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को दवाई बांट रही है.
इस तरह चुनौतियों से निपट रहा स्वास्थ्य विभाग
वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी का कहना है कि डायरिया के मामले हमारे यहां बरसात शुरू होने पर अक्सर होते हैं. मानिकपुर तहसील के कुछ गांवों में डायरिया के केस मिले हैं, जिसमें हमारी स्वास्थ्य विभाग की टीम मानिकपुर अधीक्षक के नेतृत्व में पूरी तरह से सक्रिय है. जहां से भी सूचना आती है वहां जाती है. तीन चार गांवों से पिछले 15 दिनों में जानकीर आई है, वहां पर कुछ केस डायरिया के पाए गए हैंय. उनको तत्काल दवा उपलब्ध कराई गए. यह देखा गया है कि वहां पर पानी की व्यवस्था थोड़ी अच्छी ना होने की वजह से लोगों को संक्रमण हो रहा है. बीडीओ और एसडीएम से बात कर वहां पानी के टैंकर की व्यवस्था कराई गई है, जिस भी गांव में केस निकले थे सभी जगह स्थिति कंट्रोल में है. हमारी टीम नियमित जांच और मरीज़ो को दवा-इंजेक्शन देकर इलाज का काम कर रही है. साथ ही लोगों को गंदा पानी न पीने के लिए प्रेरित कर रही है.
ये भी पढ़ें -