Chitrakoot News: चित्रकूट (Chitrakoot) के जिला अस्पताल में निमोनिया से पीड़ित 9 माह की बच्ची को एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन लगाने के मामले का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Patahk) ने खबर का संज्ञान लिया है, जिसके बाद जिला अस्पताल में तैनात दो फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया गया है, तो वहीं वार्ड बॉय और स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त कर दी गयी है इसके साथ ही ड्यूटी में तैनात डॉक्टर संतोष सोनकर के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के लिए सीएमएस ने शासन को पत्र भेज दिया है.


बता दें कि चित्रकूट के जिला अस्पताल में 9 महीने की शिवानी नाम की बच्ची को एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन लगाने पर बच्ची की मौत हो गई थी, जिस पर परिजनों ने डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाया था और अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा काटा था. साथ ही लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी जिसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने खबर का संज्ञान लेकर कुलदीप कुमार स्टाफ नर्स और अवधेश कुमार वार्ड बॉय को बर्खास्त कर उनकी सेवा समाप्त कर दी है. 


क्या है पूरा मामला?
इसके साथ ही जिला अस्पताल से जुड़े इस मामले को लेकर प्रारंभिक जांच के बाद दोषी दो फार्मासिस्टों को डिप्टी सीएम के आदेश पर सीएमओ ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही इस पूरे मामले में डॉक्टर संतोष कुमार सोनकर की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है और चिकित्सक संतोष सोनकर के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई शुरू कराते हुए विस्तृत जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अन्य दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.


वहीं इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी भूपेश द्विवेदी का कहना है कि परिजनों ने आरोप लगाया था कि एक बच्ची की एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन लगाने से मौत हुई है. वहां एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन मिला था, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वह इंजेक्शन लगाया गया है कि नहीं लगाया गया है. यह अभी डाउटफुल है. प्रथम दृष्टया एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन मिलने पर दो फार्मासिस्टो को जिम्मेदार मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है इसके साथ ही एक वार्ड ब्वाय व स्टाफ नर्स की सेवा समाप्ति के लिए उनकी कंपनी को पत्र लिख दिया गया है.


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