Uttar Pradesh News: यूपी के चित्रकूट (Chitrakoot) जनपद में जेल के अंदर अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) और उनकी पत्नी निकहत अंसारी (Nikhat Ansari) के मिलन कांड का भंडाफोड़ होने के बाद निकहत अंसारी और उनके ड्राइवर को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. इसके बाद पुलिस (Chitrakoot Police) ने एंटी करप्शन कोर्ट लखनऊ से निकहत अंसारी और उनके ड्राइवर नियाज को पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी में लेने की अर्जी दी थी. इसपर कोर्ट ने निकहत को 3 दिन की पुलिस कस्टडी तो उनके ड्राइवर नियाज को 5 दिन की पुलिस कस्टडी दी थी. पुलिस ने निकहत अंसारी से 3 दिनों तक पुलिस लाइन परिसर में रखकर लगातार पूछताछ की थी.
फराज के घर छापेमारी और पूछताछ
इसमें सपा नेता फराज खान के मदद करने का आरोप लगा था. इसके बाद पुलिस लगातार सपा नेता से पूछताछ करने के लिए उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन सपा नेता घटना के बाद से लगातार फरार चल रहे थे. वहीं पुलिस ने सोमवार को सपा नेता फराज खान के घर पर छापा मारकर उनके पिता को हिरासत में ले लिया था. इसके बाद आज सपा नेता और जिला महासचिव फराज खान ने कोतवाली पहुंचकर सरेंडर कर दिया. एसओजी और कर्वी कोतवाली पुलिस ने सपा नेता को हिरासत में लेकर बंद कमरे में पूछताछ करना शुरू कर दिया है. पुलिस की एक टीम ने सपा नेता के घर बड़े पैमाने पर छापेमारी भी की है.
डीआईजी ने इसपर क्या कहा
वहीं इस मामले में चित्रकूट धाम मंडल के डीआईजी डॉक्टर विपिन कुमार ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया है कि जेल के अंदर अब्बास अंसारी और निकहत अंसारी के मिलन कांड के मामले की जांच चल रही है, जिसमें चित्रकूट जिले के समाजवादी पार्टी से जिला महासचिव फराज खान का नाम प्रकाश में आया है. निकहत अंसारी और उनके ड्राइवर से पुलिस कस्टडी में पूछताछ के दौरान और जांच में ऐसे कई साक्ष्य मिले हैं जिसमें पता चला है कि सपा नेता फराज खान निकहत अंसारी और अब्बास अंसारी सहित अन्य अभियुक्तों के अनाधिकृत गतिविधियों में शामिल था.
आईपीसी के तहत होगी कार्रवाई
डीआईजी ने आगे बताया कि, सपा नेता उनके रहने और खर्चे का इंतजाम करता था. जांच में सपा नेता के कई ट्रांजैक्शन करने के सबूत मिले हैं. सपा नेता द्वारा निकहत अंसारी और अब्बास अंसारी द्वारा जेल में मिलने के नाम पर अधिकारियों को पैसे दिए जाते थे और वकील की फीस दी जाती थी. इन सभी चीजों का अरेंजमेंट सपा नेता द्वारा किया जाता था. पूरे मामले में उसकी सहभागिता है. जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज है उन धाराओं सहित फराज खान पर धारा 34 आईपीसी के तहत भी कार्रवाई की जाएगी.
जेल अधिकारियों को गाड़ी गिफ्ट
डीआईजी ने आगे बताया कि, एक जिले नहीं बल्कि कई जिलों तक इस कांड की चेन फैली होगी. जांच की जा रही है और जिनके नाम प्रकाश में आएंगे उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. निकहत अंसारी जेल में अब्बास अंसारी से कुल 5 बार लिखा पढ़ी में मिली थीं. बाकी अनाधिकृत रूप से कई बार मिल रही थीं. जेल अधिकारियों को गाड़ी गिफ्ट दिए जाने की बात आ रही है, उसकी जांच की जा रही है. जांच में पुलिस की 3 टीमें लगी हुई हैं. इस मामले में लगातार पूछताछ की जा रही है.
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