देहरादून, एबीपी गंगा। उत्तरकाशी के बारिश प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों के लिए लगा हेलीकॉप्टर कैश होने से बच गया। पायलट ने अपनी सूझबूझ से इस बड़े हादसे को टाल दिया। लगवाड़ा में हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग करानी पड़ी। हालांकि इस दौरान पायलट और सह-पायलट को मामूली चोटें आई हैं।
दरअसल, यह हेलीकॉप्टर आपदा राहत कार्यों में लगा हुआ था। अचानक पायलट को सामने ही टिकोची गांव में लगी ट्रॉली की तारें दिख गयी। जिस कारण पाइलेट किसी तरह हेलीकॉप्टर को नदी के किनारे उतारने में सफल हो गया और दोनों पाइलेट सुरक्षित बच गए। हालांकि इस दौरान पायलट और सह-पायलट को मामूली चोटें आई हैं। ग्रामीणों ने दोनों को अपने कंधे में उठाकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। निजी कंपनी के इस हेलीकॉप्टर मे पायलट सुशांत जीना जबलपुर और पाइलेट अजित सिंह हरियाणा के सवार थे।
उत्तरकाशी जिला मजिस्ट्रेट आशीष चौहान ने कहा कि निजी हेलीकॉप्टर एक नदी के तट पर उतरा। यह हेलीकॉप्टर बारिश से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए चीवा जा रहा था।
हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त में हुई थी तीन की मौत
दो दिन पहले ही उत्तरकाशी में बचाव और राहत के काम में लगा एक हेलीकॉप्टर मोल्डी के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में पायलट समेत सभी तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी। निजी कंपनी का यह हेलीकॉप्टर राहत सामग्री लेकर आपदा प्रभावित क्षेत्र मोरी में एक गांव से दूसरे गांव जा रहा था कि तभी वह मोल्डी गांव के पास तारों में उलझकर क्रैश हो गया। पायलट कैप्टन लाल, को-पायलट शैलेष और एक स्थानीय निवासी राजपाल हेलिकॉप्टर में सवार थे।