CAA Protest: यूपी में हिंसा के दौरान 6 लोगों की मौत, कई पुलिसकर्मी भी घायल
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लखनऊ, एबीपी गंगा। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। लखनऊ में गुरुवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद जिले में इंटरनेट सेवाएं आधी रात के बाद से बंद कर गई हैं। हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी तथा 16 पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए थे।
अलीगढ़ में भी नागरिकता कानून के विरोध को देखते हुए शुक्रवार को जुमे की नमाज को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिले में एहतियात के तौर पर 10 कंपनी पीएसी, चार कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स और 83 मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं। जिले में इंटरनेट पर लगी रोक जारी है।
मुरादाबाद में भी इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। देर रात जिला अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने इसे लेकर आदेश दिए थे। सम्भल और रामपुर में भी इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
हमीरपुर में भी सीएए के विरोध को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है। इतना ही नहीं संवेदनशील इलाकों में 5 मजिस्ट्रेट के साथ भारी फोर्स लगाई गई है और जुमे की नमाज के बाद जुलूस निकालने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। फिलहाल, जिले में धारा 144 लागू है और जुलूस निकालने की अनुमति नहीं है।
वाराणसी में भी जुमे की नमाज के बाद एनआरसी और सीएए के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन होने की पूरी संभावना है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। जिला प्रशासन की तरफ से शांति व्यवस्था बनाए रखने की लगातार अपील की जा रही है।
अमेठी में भी उपद्रव को देखते हुए जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन चौकन्ना है। देर रात पुलिस ने विभिन्न इलाकों गश्त भी की। यहां भी इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है और पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है।
बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अफसरों के साथ बैठक के बाद सीएम ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों व अन्य विडियो फुटेजों के जरिए हिंसा, पथराव व आगजनी करने वाले पहचान लिए गए हैं। दोषियों की संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी।