मेरठ, एबीपी गंगा। ब्रह्रमपुरी थाने के सामने स्थित आलोक विहार में मकान बनाने के विवाद में दो पक्षों में बुधवार को खूनी संघर्ष हो गया। पथराव के बीच दोनों पक्षों की तरफ से लाठी-डंडे भी चले जिसमें के छह से अधिक लोग घायल हो गए। झगड़ा शांत कराने की कोशिश में एक पक्ष ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। इसमें दो दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। फिलहाल, पुलिस ने दोनों पक्षों के पांच लोगों को हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है।


लोगों ने किया विरोध


विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब आलोक विहार निवासी विनोद मनोठिया पुत्र फकीरा के मकान में निर्माणकार्य चल रहा है। विनोद घर के सामने ही स्थित दूसरे घर को मिलाने के लिए छतों को आपस में जोड़ रहा है। इसका कॉलोनी के लोग विरोध कर रहे हैं। पूर्व में शिकायत होने पर पुलिस ने काम रुकवा भी दिया था। आरोप है कि बुधवार को विनोद ने फिर से काम शुरू करा दिया, जिसको लेकर कॉलोनी के ही राकेश पुत्र फकीरचंद ने विरोध कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया।


पुलिस पर हमला


पुलिस मौके पर पहुंच गई और दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश की। पुलिस के सामने भी दोनों पक्षों में संघर्ष होता रहा। इस पर पुलिस ने लाठी फटकारी। सिर में लाठी लगने से मोहल्ले के ही युवक वासु का सिर फट गया, जिससे लोग तैश में आ गए। लोगों ने पुलिस को घेरकर मारपीट शुरू कर दी। इसमें ब्रह्रमपुरी थाने के एसएसआइ, भूमिया पुलिस चौकी इंचार्ज प्रवीण कुमार व सिपाही सतेंद्र खटाना चोटिल हो गए।



मुकदमा दर्ज


संघर्ष में राकेश पक्ष के अनिल, वासु, राकेश की मां कृष्णा और सुनीता पत्नी मोनी घायल हो गए। वहीं, दूसरे पक्ष से विनोद के अलावा उसके पुत्र शिवराज व विवेक घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मौके से विनोद, शिवराज व विवेक के साथ ही दूसरे पक्ष के अनिल व वासु को हिरासत में ले लिया। इंस्पेक्टर रघुराज सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।