अयोध्या, एबीपी गंगा। राम जन्मभूमि पर ट्रस्ट निर्माण की प्रतिक्रिया अंतिम दौर में है, तो वहीं विहिप ने भी राम मंदिर निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है। आज मंदिर निर्माण कार्यशाला में रखे तरासे गए पत्थरों की साफ सफाई के लिए टेस्टिंग की गई, ताकि आने वाले समय में पत्थरों को ले जाने के पहले उसे अच्छी तरह से चमकाया जा सके।
9 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को तीन माह में मंदिर के लिए नए ट्रस्ट गठन की जिम्मेदारी सौंपी थी। अब यह प्रतिक्रिया अंतिम दिशा में है। वहीं, कार्यशाला में भी नए पत्थरों को लाने व तरासी का कार्य किया जाने सहित तरासे गए पत्थरों को परिसर तक ले जाने की भी योजना पर काम हो रहा है। इसके पूर्व राम मंदिर निर्माण के लिए कार्यशाला में रखें पत्थरों की सफाई को लेकर कार्य योजना तेज बनाई जा रही है, जिसके लिए आज पत्थरों की सफ़ाई की टेस्टिंग की गई। पानी प्रेसर, लाल मोरंग व कैमिकल डाल कर ये काम शुरू किया गया।
राम मंदिर निर्माण कार्यशाला प्रभारी अन्नू सोनपुरा ने बताया कि राम मंदिर निर्माण में ज्यादा समय नहीं, इसलिए पत्थरों की सफाई का कार्य शुरू किया जा रहा है। इसके लिए आज टेस्टिंग का कार्य शुरू किया गया है । राम मंदिर के लिए तराश करके रखे गए पत्थर को साफ करने का कार्य तेजी के साथ किया जाएगा, जिसमें पानी अन्य केमिकल का इस्तेमाल भी किया जाएगा। जिससे काई को समय पर छुड़ाया जा सके और जल्द ही अन्य पत्थरों की सफाई को लेकर कार्य तेज गति से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तराशे गए पत्थरों की काई को साफ करने में 8 से 10 दिन लगेंगे और जैसे- जैसे समय नजदीक आएगा, मजदूरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा के मुताबिक, हम सब को आशा है कि जल्द ही ट्रस्ट की घोषणा के बाद मंदिर निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। इसके निमित्त जो तैयारी करनी चाहिए, वह शुरू कर दी गई है। 20 जनवरी को होने वाले संतों की बैठक के बाद यह कार्य तेज गति से शुरू होगा। अभी ट्रस्ट निर्माण को लेकर इंतजार किया जा रहा है। वहीं, बताया कि श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की बेला धीरे-धीरे निकट आती जा रही है और जिस प्रकार से सर्वोच्च न्यायालय ने निर्णय दिया, उसके उपरांत लोगों में आशा की किरण जगी है कि भव्य मंदिर में भगवान राम लला विराजमान होंगे। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से लोग अपना भवन बनाने के लिए कार्य की तैयारी करते हैं, उसी प्रकार मंदिर निर्माण को लेकर तैयारी की जा रही हैं। जिसके तहत प्रक्रिया है कि पत्थरों को ले जाने के पूर्व उसकी साफ-सफाई हो, जिसके लिए आज टेस्टिंग का कार्य कार्यशाला में किया गया है और आने वाले समय में पूरी व्यवस्था के साथ कार्यशाला तैयार रहे, इसके निमित्त कार्यशाला में कार्य शुरू किया गया है, जिसमें पत्थर की साफ सफाई के लिए अलग-अलग प्रकार से टेस्टिंग की जा रही है कि जिससे जल्द से जल्द सफाई हो सके।
वहीं, विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य राजेंद्र सिंह पंकज ने कहा कि पुरी के मंदिर के तर्ज पर राम जन्म भूमि के लिए रखे गए पत्थर की सफाई होगी। उसके लिए विशेष कारीगर लगेंगे। अभी तो सबसे पहले राम जन्म भूमि गर्भ ग्रह तक किस मार्ग से पत्थर पहुंचेगा, मार्ग का भी चौड़ीकरण और समतलीकरण होगा। जिससे कि कहीं रास्ते में गाड़ी फंसे नहीं। हम चाहेंगे और अपनी भावना भी वहां पर पहुंचाएंगे की राम जन्मभूमि निर्माण का कार्य शुरू होने से पहले वहां पर कोई धार्मिक अनुष्ठान जरूर हो, उसके बाद ही निर्माण का कार्य प्रारंभ हो। जिस तरह राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ है उसी जिस तरह राम मंदिर में लगने वाले पत्थरों को भी साफ कर दिया जाएगा। रामलला में लगने वाले पत्थर ऐसे ही चमकेंगे जैसे रामलला का गौरव चमक रहा है।
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