Uttarakhand Land Jihad: देवभूमि उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे के मामले सामने आ रहे हैं. इसी बीच अब धामी सरकार सख्त है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी साफ कह दिया है कि देवभूमि उत्तराखंड अवैध मजारों को ध्वस्त करेंगे. इसके साथ ही सीएम धामी ने कहा है कि ये नया उत्तराखण्ड है यहां अतिक्रमण करना तो दूर इसके बारे में अब कोई सोचे भी नहीं. एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा प्रदेश में एक हजार से अधिक ऐसे स्थान चिन्हित किए गए हैं जो अनावश्यक रूप से बना दिए गए हैं. कहीं पर मजार बना दी गई हैं और कहीं कुछ, लेकिन जब इन्हें खोदा गया तो इनके नीचे कुछ अवशेष नहीं निकल रहे हैं.


देवभूमि उत्तराखंड गंगा, यमुना जैसी पवित्र नदियों का उद्गम स्थल है और सदियों से ही ऋषि-मुनि और तपस्वियों को आकर्षित करती रही है ये देवभूमि. कहा जाता है कि यहां के जंगलों में दुर्लभ औषधियों का खजाना है, लेकिन इन दिनों उत्तराखंड के जंगल किसी और वजह से चर्चा में हैं. उत्तराखंड के वन विभाग तक की जमीन पर अवैध कब्जा हो रहा है. नैनीताल के रामनगर में बना जिम कॉर्बेट भारत के सबसे पुराने राष्ठ्रीय पार्कों में से है, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कारण ये हमेशा से पर्यटकों की पसंदीदा जगह रही है. हालांकि यह जिम कॉर्बेट में भी अवैध मजार हैं. इस जगह मजार होने का मतलब ये है कि यहां लोगों की भीड़ भी जुटती होगी. हालांकि सवाल ये है कि टाइगर रिजर्व के इस प्रतिबंधित क्षेत्र में मजार और मजार पर भीड़ जुटाने की इजाजत कैसे दी गई.


वहीं रामनगर में भी कुछ ऐसी ही अवैध मजार हैं, सिर्फ मजार ही नहीं बल्कि यहां इस मजार तक जाने के लिए बाकायदा सीढ़ियां भी बनी हुई हैं. मजार के चारों तरफ कच्चा निर्माण भी है, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस जगह पर बड़े-बड़े मेले लगाए जाते हैं. इस मजार को लेकर रामनगर निवासी प्रकाश जोशी ने कहा कि वनभूमि पर कब्जा करना इनकी मंशा है और धीरे-धीरे यहां की आबादी को डिस्बैलेंस करना है यहां बड़े बड़े मेले लगते हैं तो बाहर से आसामिक तत्व आते हैं. इसके साथ ही स्थानीय निवासी गिरीश शर्मा ने कहा कि ये कुकुरमुत्ते की तरह ढांचे खड़े हो जाते हैं ये लैंड जिहाद का षडयंत्र चल रहा है.


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