Uttarakhand Monsoon: मानसून को लेकर सीएम धामी ने तैयार किया एक्शन प्लान, सभी विभागों को अलर्ट पर रहने के निर्देश
Uttarakhand News: उत्तराखंड में मानसून को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक की. इस बैठक में सभी विभागों के आला अधिकारी अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए.
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Uttarakhand Monsoon Season: जुलाई से उत्तराखंड (Uttarakhand) में मानसून सीजन की शुरुआत हो जाएगी, मानसून के अगले तीन महीने उत्तराखंड में काफी संवेदनशील माने जाते हैं. आपदा की दृष्टि से ही उत्तराखंड संवेदनशील राज्य है, इसलिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने आज सचिवालय में आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक की. इस बैठक में सभी विभागों के आला अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में सीएम ने निर्देश दिए कि मानसून सीजन में किसी तरह की दिक्कत नहीं आनी चाहिए. अधिकारी अपने कर्तव्य का पूरी तरह से पालन करें और अपनी जिम्मेदारी को समझें. यही नहीं सीएम ने कहा कि अगर कहीं आपदा आती है तो वहां कम से कम समय में कर्मचारी और अधिकारी पहुंचे.
सभी विभागों को अलर्ट रहने के निर्देश
माना जा रहा है कि 29 जून से उत्तराखंड में मानसून पहुंच जाएगा और प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश होगी. विभाग में इसके लिए रेड अलर्ट भी जारी किया है. मौसम की एक्टिविटी को बढ़ता देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विभागीय अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए. खासकर आपदा प्रबंधन विभाग को कहा गया है कि वो अपनी व्यवस्थाओं को मुकम्मल रखे. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम हमेशा अलर्ट मोड पर रहे, ताकि यदि राज्य में किसी भी स्थान पर आपदा जैसी घटना होती है तो वहां तत्काल बचाव कार्य किए जा सकें.
कम से कम समय में मिल सके मदद
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जिलों में आपदा प्रबंधन के लिए जो धनराशि दी जा रही है, उसका आपदा मानकों के हिसाब से अधिकतम उपयोग हो, यह सुनिश्चित किया जाए. आपदा प्रभावितों को आपदा मानकों के हिसाब से मुआवजा यथाशीघ्र मिले. आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत रिस्पांस टाइम कम से कम हो. बारिश या भूस्खलन से सड़क, बिजली, पानी की आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में कम से कम समय में आपूर्ति सुचारू की जाए.
सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने को कहा
सीएम ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों में जेसीबी की पर्याप्त व्यवस्था हो एवं उनके ट्रैकिंग सिस्टम की व्यवस्था की जाए. सभी सैटेलाइट फोन चालू अवस्था में रहें. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य के पर्वतीय जनपदों एवं आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों के लिए खाद्य सामग्री, आवश्यक दवाओं एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की पूर्ण व्यवस्था रखी जाए. इसके साथ ही उन्होंने वाहन दुर्घटना में मृतक परिजनों को दिये जाने वाले मुआवजे में वृद्धि का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए.
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