दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का CM धामी ने किया निरीक्षण, कहा- 'परियोजना पीएम मोदी के विजन का हिस्सा'
Uttarakhand News: उत्तराखंड के सीएम धामी ने दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया. इसमें एशिया का सबसे बड़ा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर शामिल है जो वन्यजीवों की रक्षा करेगा.
Delhi-Dehradun Expressway : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने एक्सप्रेसवे की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों से निर्माण कार्यों में अपनाई जा रही तकनीकों और पर्यावरण संरक्षण उपायों की जानकारी प्राप्त की. मुख्यमंत्री ने परियोजना को राज्य के विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन का उत्कृष्ट उदाहरण बताया.
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के तहत एशिया का सबसे बड़ा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर बनाया जा रहा है. यह कॉरिडोर वन्यजीवों की सुरक्षा और उनकी आवाजाही को पूरी तरह से संरक्षित करेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी एक प्रेरणादायक पहल है. परियोजना के तहत वन्य जीवों के लिए आधुनिक अंडरपास और ओवरपास बनाए जा रहे हैं, ताकि सड़क निर्माण से उनके प्राकृतिक आवास में कोई बाधा न आए.
पर्यटकों की संख्या में होगी वृद्धि
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से हो रहा है. इसके पूरा होने के बाद दिल्ली से देहरादून की यात्रा मात्र ढाई घंटे में पूरी की जा सकेगी. यह परियोजना उत्तराखंड की आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाने के साथ-साथ पर्यटन और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे से देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश और मसूरी जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी, जिससे राज्य में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी.
210 किलोमीटर लंबा होगा एक्सप्रेसवे
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे लगभग 210 किलोमीटर लंबा होगा और इसे आधुनिक तकनीकों के साथ तैयार किया जा रहा है. एशिया का सबसे बड़ा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर इस परियोजना का हिस्सा है, जो 12 किलोमीटर लंबा है. पहले दिल्ली से देहरादून पहुंचने में 6-7 घंटे लगते थे, लेकिन एक्सप्रेसवे के बाद यह यात्रा मात्र ढाई घंटे में पूरी होगी. एक्सप्रेसवे के निर्माण से उत्तराखंड में पर्यटन और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. निर्माण में सौर ऊर्जा और जल संरक्षण उपायों का उपयोग किया जा रहा है.
परियोजना पीएम मोदी के विजन का हिस्सा
मुख्यमंत्री धामी ने एक्सप्रेसवे के निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस परियोजना में इकोलॉजी और इकोनॉमी का बेहतरीन समन्वय किया गया है. उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत पर्यावरण को प्राथमिकता दी गई है. यह सुनिश्चित किया गया है कि विकास कार्यों के साथ-साथ पर्यावरण को भी संरक्षित रखा जाए. उन्होंने अधिकारियों से निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए. गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता न करने की बात कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का हिस्सा है, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को गति देकर भारत को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है.
राज्य निवासियों को आर्थिक लाभ होगा
परियोजना के पूरा होने से न केवल राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा. बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे. एक्सप्रेसवे के आसपास होटल, रेस्टोरेंट और अन्य सुविधाओं के विकास की संभावनाएं भी बढ़ेगी. जिससे राज्य के निवासियों को आर्थिक लाभ होगा. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि परियोजना का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. समयबद्ध तरीके से इसे पूरा किया जाएगा. एक्सप्रेसवे पर आधुनिक टोल प्लाजा, स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और हरित क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं.
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