Terrorist Attack: जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में शहीद पांचों जवानों के शव मंगलवार को देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाए गए. जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी समेत कई नेताओं ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.


श्रद्धांजलि देने के बाद जवानों के शव उनके पैतृक गांव पहुंचाया गया, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उन्होंने श्रद्धांजलि देते हुए सीएम धामी ने तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर शेयर की. उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा को अपने अदम्य साहस और पराक्रम से गौरवान्वित करने वाले अमर शहीदों की शहादत को कोटिशः नमन, अश्रुपूरित श्रद्धांजलि!'



आगरा में बारिश ने खोली नगर निगम की पोल, सड़कों पर जलभराव, लोग परेशान


सभी प्रदेशवासियों को आप पर गर्व- सीएम धामी
उन्होंने अपने अगले पोस्ट पर लिखा, "शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा... जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर कठुआ, जम्मू कश्मीर में कर्तव्य पालन के दौरान शहीद हुए उत्तराखंड के पांच वीर सपूतों के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. राष्ट्र रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हमारे अमर शहीदों को सभी देशवासी सदैव अपनी स्मृतियों में जीवंत रखेंगे. आप सैन्यभूमि उत्तराखंड के गौरव हैं और हम सभी प्रदेशवासियों को आप पर गर्व है."


बता दें कि सोमवार को जम्मू कश्मीर में कठुआ जिले के माचेडी इलाके में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर कुछ आतंकवादियों ने हमला कर दिया था. इस आतंकवादियों के हमले में जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) समेत पांच जवान शहीद और पांच अन्य घायल हो गए थे. शहीद होने वाले जवानों में सूबेदार आनंद सिंह, हवलदार कमल सिंह, राइफलमैन अनुज नेगी, राइफलमैन आदर्श नेगी, नायक विनोद सिंह का नाम शामिल है.


बता दें कि सुरक्षा बलों ने मंगलवार शाम को छिपे हुए आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के बाद डोडा जिले के ऊंचाई वाले एक वन क्षेत्र के चारों ओर अपनी घेराबंदी कड़ी कर दी. वहीं जम्मू क्षेत्र के कठुआ जिले में सेना के एक गश्ती दल पर घातक हमले के जिम्मेदार आतंकवादियों की तलाशी अभियान का दायरा बढ़ाते हुए विशेष बलों को तैनात किया गया है. अधिकारियों ने हमले की जांच में एनआईए को भी शामिल किया है. कठुआ में हुए हमले में पांच सैनिक शहीद हो गये थे, जबकि पांच अन्य घायल हो गये.