CM पुष्कर सिंह धामी की DGP को सलाह- ज्यादा एप बनाकर लोगों को भ्रमित न करें
पीएचक्यू में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 'पब्लिक आई एप' और 'मिशन गौरा शक्ति एप' लांच किया. उन्होंने डीजीपी अशोक कुमार से कहा कि चीजों का सरलीकरण करके समाधान निकालें.
Pushkar Singh Dhami to DGP: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने पुलिस मुख्यालय देहरादून (Dehradun) में पुलिस विभाग द्वारा तैयार की गई 'पब्लिक आई एप' और महिला सुरक्षा हेतु 'मिशन गौरा शक्ति' एप का शुभारम्भ किया. लेकिन उन्होंने इस अवसर पर यह भी कहा कि जब एक ही विभाग में बहुत सारे एप हो जाते हैं तो लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और उन्हें वो लाभ नहीं मिलता जो मिलना चाहिए. हमारी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि चीजों का सरलीकरण करके पब्लिक को समाधान दिया जाय न कि जटिलता पैदा हो. धामी ने कार्यक्रम में डीजीपी (DGP) अशोक कुमार से कहा कि ज़्यादा एप बनाने से लोग भ्रमित होते हैं, सिस्टम का सरलीकरण कीजिए और जनता की समस्याओं का समाधान कीजिए.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ द्वारा पर्यावरण संरक्षण, कोविड जागरूकता, हानिकारक कूड़े के निस्तारण व जोखिम पूर्ण स्थानों के चिन्हीकरण के लिए चलाये जा रहे माउण्ट गंगोत्री-1 पर्वतारोहण अभियान का फ्लैग ऑफ भी किया. इंस्पेक्टर एसडीआरएफ सुश्री अनीता गैरोला के नेतृत्व में 9 सितम्बर से 30 सितम्बर तक चलाया जायेगा. अभियोगों की विवेचना में गुणात्मक सुधार और सफल अनावरण हेतु मुख्यमंत्री द्वारा विवेचकों को स्मार्ट एविडेंस टूलकिट टेबलेट प्रदान किये गये.
जल्द बनेगी एंटी ड्रग पालिसी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड पुलिस की समीक्षा बैठक भी ली. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पुलिस में खेल कोटे की भर्ती शुरू की जायेगी. पीएसी के जवानों को बसों की व्यवस्था की जायेगी. उत्तराखंड में शीघ्र एंटी ड्रग पॉलिसी बनायी जायेगी. पुलिस विभाग में रिक्त पदों पर जल्द भर्ती की जायेगी. पुलिस विभाग के आरक्षियों के ग्रेड पे के संबंध में कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया गया है. इसमें जल्द उचित समाधान निकाला जायेगा.
अपराधियों को पकड़ने हेतु पुरस्कार राशि बढ़ायी जाएगी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2018 को और सख्त बनाया जायेगा. बाहरी राज्यों से उत्तराखंड में आने वाले लोगों के सत्यापन की प्रक्रिया को और मजबूत किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस व्यवस्था किसी भी राज्य की सुरक्षा एवं समृद्धि का एक आवश्यक अंग है. उत्तराखंड पुलिस द्वारा राज्य में अच्छा कार्य किया जा रहा है. इनामी अपराधियों को पकड़ने हेतु पुरस्कार राशि बढ़ायी जाएगी. कोरोना काल में पुलिस द्वारा मिशन हौंसला के तहत सराहनीय कार्य किया गया. उन्होंने कहा कि स्मार्ट पुलिस बनाने का जो विजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का है उसको पूरा करने का प्रयास किया जाएगा. उत्तराखंड पुलिस को आधुनिक बनाने में जो भी आवश्यकता होगी उसे पूरा करने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर को कोविड-19 में उनके द्वारा किये जा रहे सराहनीय कार्यों व सेवाओं 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि जल्द दी जायेगी.
साइबर क्राइम को रोकने के लिये ठोस रणनीति बनाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि साइबर क्राइम को रोकने के लिए लिए ठोस रणनीति बनाई जाय. यातायात के नियमों, रोड सेफ्टी के प्रति लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाय. ट्रैफिक लाइट और सीसीटीवी निगरानी की समुचित व्यवस्था की जाय. कार्यों के प्रति प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाय. थाना या चौकी स्तर के मामले जिले स्तर पर न आए. जिला स्तर के मामले मुख्यालय स्तर व शासन स्तर पर न आये. जिसकी जो जिम्मेदारी है, अपने स्तर पर शीघ्र उसका समाधान करें. महिला सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, नशा मुक्ति और साइबर क्राइम जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाय.
मिशन गौरा शक्ति अभियान
महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सजग और प्रभावी पहल के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा मिशन गौरा शक्ति अभियान चलाया जायेगा. इसके तहत छेड़खानी जैसी घटनाओं में प्रभावी कार्यवाही, बालिकाओं को आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण और शिकायत निवारण तंत्र को और अधिक मजबूत बनाया जायेगा. इसके तहत पीड़िता इमरजेंसी की स्थिति में डायल कर तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर सकती है. ऑनलाइन ऑडियो, वीडियो और टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकती हैं. आपात स्थिति में 112 पर कॉल कर सकते हैं. अपनी शिकायत पर संबंधित पर हुई कार्रवाई की जानकारी प्राप्त कर सकती है. एप के माध्यम से पुलिस के अन्य ऑफिसियल सोशल मीडिया अकाउंट पर भी संपर्क कर सकती हैं.
पब्लिक आई एप
उत्तराखंड प्रदेश की जनता अपनी शिकायतों के साथ-साथ आसपास घटित हो रहे आपराधिक या विधि का उल्लंघन करने वाले कृत्यों की फोटो या वीडियो बनाकर पुलिस को भेज सकते हैं. शिकायतकर्ता अपने द्वारा पूर्व में की गई शिकायत व उस पर हुई कार्यवाही की प्रगति के बारे में जान सकते हैं. साइबर क्राइम के बारे में शिकायत दर्ज की जा सकती है. किसी भी प्रकार की ट्रेफिक समस्या या सड़क दुर्घटना के संबंध में फोटो या वीडियो बनाकर कार्यवाही हेतु अपलोड किया जा सकता है. आपात स्थिति में 112 नंबर पर कॉल कर सकते हैं.
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