देहरादून. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को कहा कि पड़ोसी राज्यों के साथ व्यापक विचार-विमर्श करने के बाद कांवड़ यात्रा के संचालन के संबंध में निर्णय लिया जाएगा. मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य सचिव एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सहित अन्य उच्चाधिकारियों के साथ यहां देर शाम एक बैठक में पड़ोसी राज्यों के साथ इस संबंध में व्यापक विचार -विमर्श कर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए समुचित निर्णय लेने के निर्देश दिए.
बता दें कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण पिछले साल कांवड़ यात्रा स्थगित कर दी गई थी. हाल में यहां पुलिस अधिकारियों की अंतरराज्यीय समन्वय बैठक में भी यह राय बनी थी कि संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए फिलहाल कांवड़ यात्रा को स्थगित रखना चाहिए. बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि अगर यात्रा स्थगित होती है तो राज्य पुलिस की अनुमति से पड़ोसी राज्य टैंकरों में गंगा जल भरकर ले जा सकते हैं.
जुलाई में शुरू होती है कांवड़ यात्रा
हर साल जुलाई में श्रावण का महीना आते ही कांवड़ यात्रा शुरू हो जाती है, जो अगस्त की शुरूआत तक चलती है. इस एक पखवाड़े के दौरान उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों से लाखों शिव भक्त गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार आते हैं. गंगा जल से वह अपने गांवों और घरों में शिव मंदिरों में 'जलाभिषेक' करते हैं.
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