उत्तराखंड में भी बनेगा लव जिहाद पर कानून? जानिए क्या बोले सीएम तीरथ सिंह रावत
विहिप ने उत्तराखंड में लव जिहाद कानून बनाए जाने की मांग की है. विहिप की मांग पर सीएम तीरथ सिंह ने कहा इस मामले में वो अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं.
देहरादून. उत्तराखंड में भी लव जिहाद पर कानून बनाए जाने की मांग तेज हो गई है. विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने शुक्रवार को सरकार से लव जिहाद पर प्रभावी कानून बनाए जाने की मांग की है. हरिद्वार में परमधाम आश्रम में आयोजित विहिप की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में विहिप ने आक्रोश प्रकट करते हुए आरोप लगाया कि लव जिहाद एक सोची समझी साजिश है, जिसके खिलाफ सरकार प्रभावी कानून बनाए.
इस बैठक में सीएम तीरथ सिंह रावत भी मौजूद थे. विहिप की मांग पर उन्होंने कहा कि वो राज्य में लव जिहाद के प्रसार के बारे में चिंतित थे. उन्होंने कहा कि वह उसी को रोकने के लिए कदम उठाने जा रहे थे.
सीएम ने पुलिस अधिकारियों से की थी चर्चा सीएम तीरथ सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने हाल ही में इस मुद्दे पर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और इसे संतों का आशीर्वाद प्राप्त है. इसीलिए यहां लव जिहाद के कुछ ही मामले हैं. मैं इस मामले में अपनी चिंता जाहिर कर चुका हूं. मैंने चार दिन पहले एक बैठक की थी और सभी जिलों की रिपोर्ट ली थी. मैं चिंतित हूं और निश्चित रूप से मैं इसको लेकर कदम उठाने जा रहा हूं.
सप्तसरोवर, हरिद्वार में आज विश्व हिंदू परिषद (@VHPDigital) के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के कार्यक्रम में प्रतिभाग कर साधु-संत का आशीर्वाद लिया। कुंभ उपासना का केंद्र एवं भावना का विषय है। हरिद्वार कुंभ दिव्य, भव्य और सुंदर हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए गए हैं। pic.twitter.com/PfHLxhuemj
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 9, 2021
एक प्रस्ताव पेश करते हुए चित्रकूट के रामचंद्र दास ने लव जिहाद को एक साजिश करार दिया. एक महिला अधिकारी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अगर अत्यधित शिक्षित महिला के साथ धोखा किया जा सकता है. ऐसे में संतों को आम लोगों के लिए चिंतित होना चाहिए. उन्होंने यह भी दावा किया कि ओटीटी प्लेटफार्मों पर कुछ वेब सीरीज धार्मिक स्थानों और संतों के खिलाफ साजिश रच रही थीं.
लव जिहाद के अलावा इस बैठक में अन्य कई मुद्दों पर भी चर्चा की गई. जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज की अध्यक्षता में हुए उपवेशन की प्रस्तावना रखते हुए विहिप के महामंत्री मिलिन्द परांडे ने रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किये जाने, देश के सभी मठ-मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से बाहर करने, देश की एकता एवं अखंडता को खतरा पैदा करने वाली धर्मांतरण एवं सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने वाले विषयों पर चर्चा कर समाधान करने का प्रयास किए जाने संबंधी प्रस्ताव रखे.
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