अयोध्या: सीएम योगी ने रविवार को अयोध्या का दौरा कर विकास कार्यों की समीक्षा की. सीएम सबसे पहले रामलला दर्शन करने पहुंचे. रामलला के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने यहां की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की और फिर मंदिर के निर्माण कार्य को देखा. रामलला से मुख्यमंत्री हनुमानगढ़ी पहुंचे और पूजन अर्चन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री सीधे अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय पहुंचे. यहां मुख्यमंत्री ने स्थानीय सांसद और जनप्रतिनिधियों के साथ ही मुख्य सचिव आरके तिवारी, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और विभागाध्यक्ष के साथ बैठक कर अयोध्या के विकास पर चर्चा की.


विकास कार्यों का लिया जायजा


मुख्यमंत्री ने अयोध्या आने वाले पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कराए जा रहे विकास कार्यों का जायजा लिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के कार्यों को मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया. सीएम ने वहां उपस्थित निर्माण कार्यों से जुड़े अलग अलग विभागों के अधिकारियों से अपने विभागों की ओर से कराए जा रहे विकास कार्यों को तय समय पर पूरे करने के निर्देश दिए. सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि पीएम मोदी के हाथों अयोध्या के भव्य राममंदिर की आधार शिला रखे जाने के बाद से अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. ऐसे में पर्यटकों की सुख सुविधाओं को बढ़ाने की जवाबदेही भी हमारी है. सीएम ने कहा राम की पैड़ी को हरि की पैड़ी की तरह विकसित करना है. वहां सरयू की पर्याप्त जलधारा रहे ऐसी कोशिश हो.


जल्द से जल्द पूरे हों अधूरे कार्य


भविष्य में नया घाट से क्रूज संचालन के लिए कहा. सीएम ने कहा अयोध्या में तमाम राज्य अपने अतिथि ग्रह बना रहे हैं, अनेक धार्मिक सामाजिक संस्थाएं धर्मशालाएं बना रही हैं. बहुत से संत और अखाड़े यहां मंदिर और आश्रम बनाना चाह रहे हैं, इसलिए इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी के कार्यों की गति बढ़ाने की ज़रूरत है. जल्दी से जल्दी अधूरे कार्य पूरा करें. दर्शन पथों, परिक्रमा पथों का चौड़ीकरण और फुटपाथों का निर्माण कार्य तेजी से संपन्न करें. मार्गों की लाइटिंग व्यवस्था सुधारने का कार्य जरूरी सभी घाटों, सड़कों, परिक्रमा मार्गों, चौराहों, स्मारकों में बेहतर लाइटिंग सुविधा हो. ऐसी प्लानिंग करें कि अयोध्या ईको फ्रेंडली सोलर सिटी के रूप में विकसित हो.


ऊर्जा विभाग विद्युत व्यवस्था को सोलर सिस्टम से जोड़ें. सोलर एनर्जी का प्रयोग करें. पूरे विश्व के लिए एक अलग तरह की, प्रदूषण मुक्त स्वच्छ और सुंदर अयोध्या का निर्माण हो. मुख्यमंत्री ने पर्यावरण विभाग को सौ साल से पुराने वृक्षों को चिन्हित करके उनको हैरिटेज स्थल बनाकर संरक्षित करने के निर्देश दिए. साथ ही रामायण कालीन वृक्षों के वनों के निर्माण के लिए जन्मभूमि परिसर के अलावा चौदह कोसीय, पंच कोसीय और चौरासी कोसीय परिक्रमा पथ, ग्राम सभा की जमीनों, पार्कों को जोड़ें. उन्होंने कहा इन सभी विकास कार्यों के बीच विस्थापित बाजारों के दुकानदारों को राहत और पुनर्वास के लिए प्रशासन लोगों से सीधा संवाद कर उनको रोजगार की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें. किसी भी अयोध्यावासी को कोई तकलीफ ना हो ऐसा प्रयास रहे. बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य, माध्यमिक शिक्षा, प्रमुख सचिव आवास, पर्यटन व संस्कृति, परिवहन समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.


सभी विभागों को समयबद्ध काम पूरे करने को कहा


बैठक में शामिल प्रमुख सचिव पर्यटन व संस्कृति मुकेश मेश्राम ने बताया कि सीएम ने सभी विभागों को समयबद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए है. सीएम ने कहा है कि अयोध्या पर पूरे विश्व की नज़र लगी है. विश्वभर से पर्यटक आएं तो सब सुविधाएं मिलें. सौंदर्यीकरण, चौड़ीकरण होना है. स्मूथ ट्रैफिक के लिए तकनीक का इस्तेमाल हो. भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई की जानकारी ली. कंसलटेंट चयन किया जा रहा जिससे बेहतर प्लानिंग का खाका खींच जाएगा. रामकथा पार्क, रामकथा संग्रहालय, भजन संध्या स्थल, शिल्पग्राम विकसित करना है. ऐतिहासिक धरोहर पर फसाड लाइटिंग, रिवर फ्रंट व्यू को लेकर बात की. हम लोग नया घाट बनाने के लिए सिंचाई विभाग साथ बात करने जा रहे. सीएम ने कहा है कि अयोध्या के विकास में वास्तुशास्त्र के विशेष ध्यान रखा जाए. आवास विभाग 1500 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करेगा.


बैठक में शामिल सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि पीएम अयोध्या को दुनिया का सर्वोत्तम नगर बनाना चाहते हैं. आज विकास कार्यों पर चर्चा हुई. सबने अपने सुझाव दिए हैं. एयरपोर्ट, रिंग रोड का निर्माण जल्द पूरा हो. सरयू पर बैराज का निर्माण. सीवरेज की व्यवस्था करने के निर्देश. बनारस से बसखारी मार्ग को बेहतर करने के निर्देश दिए हैं. कुछ चुनौतियां आएंगी.


हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी सीएम योगी से बात की. उन्होंने कहा कि यहां पौराणिक मठ और मंदिर रोड पर हैं. रोड चौड़ीकरण में मठ, मंदिर, दुकाने टूटेंगी. चौड़ीकरण जरूरी है, लेकिन सब सिस्टम और नई व्यवस्था से हो. महंत ने बताया कि सीएम ने कहा है कि, राम मंदिर का निर्माण किसी को दुख देने के लिए नहीं हो रहा, सभी का ध्यान रखा जाएगा.


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