लव जिहाद के मामलों पर सख्त हुए योगी, विश्व हिंदू परिषद चाहती है बने कड़ा कानून
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बढ़ते लव जिहाद के मामलों पर सख्त रुख अपना लिया है. वहीं, इस मुद्दे को लेकर विहिप कड़ा कानून चाहता है.
लखनऊ, एजेंसी। उत्तर प्रदेश में इन दिनों लव जिहाद का मुद्दा उफान पर है. राज्य के कानपुर,लखीमपुर खीरी, बलरामपुर सहित अनेक जिलों से आ रही महिला उत्पीड़न और लव जिहाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. वहीं इस मुद्दे को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे विश्व हिन्दू परिषद चाहता है कि इसे रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया जाए. मामले बढ़ता देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं.
हाल के कुछ दिनों में मेरठ, खीरी, कानपुर में लव जिहाद के मामले तूल पकड़ते जा रहे हैं. अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने महिला उत्पीड़न और लव जिहाद मामलों को तेज गति से और सख्त कार्रवाई करने को कहा है. मेरठ, कानपुर व लखीमपुर खीरी में पिछले दिनों लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने की बातें सामने आयी हैं.
कानपुर के विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री मधुराम मिश्रा का कहना है, लव जिहाद का मामला बहुत पुराना है. इसे लेकर एक गिरोह सक्रिय है. उन्होंने बताया कि कानपुर, फरूर्खाबाद, झांसी, इटावा, हमीरपुर, ललितपुर, फतेहपुर, हर जिले में कुछ न कुछ केस हैं. लोग हमारे संपर्क में हैं. इसे लेकर हम लोग जागरूकता कर रहे हैं.
बीते दिनों कानपुर के बर्रा-6 की युवती ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर धर्म परिवर्तन कर अपनी मर्जी से निकाह करने की बात कही थी. इसके बाद विश्व हिंदू परिषद के कार्यकतार्ओं ने युवक पर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए किदवई नगर थाने के बाहर हंगामा किया. उन्होंने युवती को बरामद करने और आरोपी युवक को गिरफ्तार कर कार्रवाई की मांग की थी.
विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्र प्रसार प्रमुख भोलेन्द्र ने बताया कि लव जिहाद के मामले उत्तर प्रदेश के हर जिले में नेटवर्किंग के रूप में काम कर रहा है. इसके बाकायदा एजेंट हैं. लखीमपुर और कानुपर की घटना उजागर हुई है. गरीब तबके और ग्रामीणों को इसमें टारगेट किया जाता है.
एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशान्त कुमार ने कहा, 'पुलिस महिला हिंसा मामले में संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है. इन्टरफेथ बातों पर विषेश ध्यान दिया जा रहा है. जहां से रिपोर्ट आ रही है, उसे विशेष रूप से देखा जा रहा है. सभी जगह मेरिट के आधार पर काम होता है.'
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में इस मुद्दे को बड़ी तेजी के साथ उठाया गया था. 2014 के उपचुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ चुनावी रैलियों में कहते थे, 'अब जोधाबाई अकबर के साथ नहीं जाएगी और सिकंदर अपनी बेटी चंद्रगुप्त मौर्य को देने के लिए मजबूर होगा. योगी कई बार इसे अन्तर्राष्ट्रीय सजिश भी बता चुके हैं.'
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