लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में पुलिसकर्मियों के पोषक आहार भत्ते में 25 फीसदी की वृद्धि की घोषणा करते हुए गुरुवार को कहा कि सरकार ने इन कर्मियों का सिम भत्ता भी बढ़ाने का फैसला किया है. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने 'पुलिस स्मृति दिवस' के अवसर पर निरीक्षक, उपनिरीक्षक, मुख्य आरक्षी, आरक्षी और चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों के लिए उनके पौष्टिक आहार भत्ते में 25 फीसदी की वृद्धि करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मोबाइल सिम भत्ता भी बढ़ाने का फैसला किया है.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था एवं शान्ति व्यवस्था बनाए रखने, विभिन्न घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने व घटना स्थल पर जल्द से जल्द पहुंचने के मद्देनजर पुलिस की फील्ड ड्यूटी पर तैनात आरक्षी, मुख्य आरक्षी तथा उपनिरीक्षक तक के कर्मियों को मोबाइल सिम उपलब्ध कराए जाने और इन सभी कर्मियों को साल में 2,000 रुपये का सिम भत्ता देने की घोषणा की.
योगी ने ड्यूटी के दौरान प्राण गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने इस मौके पर आयोजित परेड की सलामी ली. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश पुलिस के सभी सदस्य पूरी ईमानदारी, कर्तव्य परायणता और जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए उत्तर प्रदेश की जनता के मन में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ करने में सहयोग करेंगे. मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उनके कल्याण के लिये पूर्ण संवेदनशीलता के साथ सभी जरूरी कदम उठाने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी.
अपराधियों के प्रति 'जीरो टालरेंस' की नीति- योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मी अपने कर्तव्य का पालन करते हुए कोरोना संक्रमित हुए फिर भी वे निरन्तर सेवाकार्य में लगे रहे. कर्तव्य पालन के दौरान कोरोना संक्रमण से 37 पुलिस कर्मियों की मृत्यु हो गयी. उनके आश्रितों को 18 करोड़ 50 लाख रुपये का भुगतान मृत पुलिस कर्मी के नियुक्ति जनपद के जिलाधिकारी के माध्यम से किया गया है. योगी ने कहा कि पुलिस विभाग के विभिन्न अराजपत्रित पदों पर 23,075 कार्मिकों को पदोन्नति प्रदान की जा चुकी है. उप निरीक्षक के 829 एवं आरक्षी के 26,744 पदों पर सीधी भर्ती के लिए पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को प्रस्ताव भेजा जा चुका है.
सीएम ने कहा कि वर्तमान सरकार अपराध और अपराधियों के प्रति 'जीरो टालरेंस' की नीति के तहत कार्य कर रही है. इसके परिणामस्वरूप विभिन्न जनपदों में दुर्दान्त अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के दौरान 20 मार्च, 2017 से 10 अक्टूबर 2021 की अवधि में कुल 151 अपराधी मुठभेड़ में मारे गये व 3,473 घायल हुए. इन कार्रवाईयों में पुलिस बल के 13 जवानों ने जान गंवाई और 1,198 पुलिस कर्मी घायल हुए.
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