महाराजा सुहेलदेव जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे सीएम योगी ने सबसे पहले महाराजा सुहेलदेव के स्मारक पर पुष्प चढ़ाए और फिर भूमि पूजन किया. इसके साथ ही सीएम ने पौधरोपण भी किया. कार्यक्रम स्थल प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जहां स्मारक स्थल के विकास का मॉडल और महाराजा सुहेलदेव की गौरव गाथा के चित्र लगाए गए. कार्यक्रम स्थल पर रंगोली से राम मंदिर बनाया गया.
सुहेलदेव जयंती के अवसर पर भारी संख्या में लोग महाराजा सुहेलदेव के स्मारक पर दर्शन पूजन करने पहुंचे. ये वही स्मारक स्थल है जहां भव्य स्मारक बनेगा और महाराजा सुहेलदेव की 40 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी. यहां आने वालों में कार्यक्रम को लेकर काफी उत्साह रहा. दर्शन के लिए पहुंचे लोगों ने कहा कि इस स्थान की उपेक्षा की जा रही थी. लेकिन अब इस जगह को और महाराजा सुहेलदेव को सम्मान मिला है.
झील भी पर्यटन केंद्र के रूप में होगा विकसित
इसी स्मारक के पास ऐतिहासिक चित्तौरा झील है. अब तक अनदेखी का शिकार इस झील को भी पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. यहां सौंदर्यीकरण के तहत काफी विकास होगा. यहां आने वालों की मान्यता है कि इस झील में स्नान करने से सभी रोग और समस्याएं दूर हो जाती हैं. बताया जाता है की इस झील के किनारे महाराजा सुहेलदेव ने युद्ध भी लड़ा था.
सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने दी अपनी प्रतिक्रिया
कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि जनता लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रही थी. पहले इसकी उपेक्षा की जाती रही. उन्होंने कहा की यूपी के कुछ दल महाराजा सुहेलदेव का नाम नहीं लेना चाहते थे. उनको लगता था इससे वोट डिस्टर्ब हो जाएगा. वहीं, विधायक अनुपमा जायसवाल ने कहा कि ये महाराजा सुहेलदेव की नगरी जिस सम्मान का हकदार थी वो बरसों बाद मिला है. हमने कई बार मांग की लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। जो लोग इस पर राजनीति कर रहे या जिन्हें इसमें राजनीति दिख रही तो उसकी आंखें खराब हैं.
मंत्री अनिल राजभर ने दिया बड़ा बयान
पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री व बहराइच जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि मेरा पूरा समाज पीएम और सीएम का आभारी है. आज इतिहास बनाने का काम किया है. गुजरात, पूर्वांचल, बंगाल से लोग आए हैं. 1 हज़ार साल बाद हमारे महापुरुष को किसी ने सम्मान दिया है. अनिल राजभर ने कहा की विपक्षी दलों के पास कुछ बचा नहीं. महापुरुषों के मामले में विवाद का विषय नहीं बनाना चाहिए, ये उनका अपमान होता है.
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