UP News: नीति आयोग द्वारा सोमवार को जारी एक अध्ययन के अनुसार, पिछले नौ वर्षों में भारत में 24.82 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से उबर गए हैं. अध्ययन में कहा गया है, 'गरीबी अनुपात में 2013-14 में 29.17 प्रतिशत से भारी गिरावट आई है और 2022-23 में 11.28 प्रतिशत हो गई है, जो 17.89 प्रतिशत अंक की कमी है.'
उत्तर प्रदेश के सदंर्भ में नीति आयोग के डेटा में दावा किया गया है कि पिछले नौ वर्षों के दौरान 5.94 करोड़ लोगों के बहुआयामी गरीबी से बाहर निकलने के साथ गरीबों की संख्या में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
आयोग के दावे पर सीएम योगी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर पीएम मोदी का धन्यवाद अदा किया. उन्होंने लिखा- बहुआयामी गरीबी उन्मूलन की दिशा में भारत की यात्रा में उत्तर प्रदेश ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. कुशल एवं प्रभावी नीतियों के साथ, यूपी में 5.94 करोड़ लोगों को बहुआयामी गरीबी से ऊपर उठाया गया है.
सीएम ने लिखा- यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त और समृद्ध भारत के विजन के अनुरूप है. यही है 'मोदी की गारंटी', जिस पर पूरा देश विश्वास करता है.
राज्यों की सूची में नंबर 1 यूपी
नीति आयोग ने पेपर में दावा किया है कि गरीब व्यक्तियों की संख्या के संदर्भ में, उत्तर प्रदेश 3.43 करोड़ लोगों के बहुआयामी गरीबी से बाहर निकलने के साथ राज्यों की सूची में शीर्ष पर है.
पेपर के सदंर्भ में नीति आयोग द्वारा एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारत सरकार ने सभी आयामों में गरीबी को कम करने के लक्ष्य के साथ लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में प्रगति की है. पोषण अभियान और एनीमिया मुक्त भारत जैसी उल्लेखनीय पहलों ने स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच में वृद्धि की है, जिससे गरीबी में काफी कमी आई है. (समाचार एजेंसी IANS और PTI इनपुट के साथ)