Balrampur Floods: बलरामपुर जिले में बाढ़ से हालात बेहद खराब हैं. करीब 20 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. कलेक्ट्रेट सहित तमाम सरकारी कार्यालयों में पानी भरा हुआ है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. हेलीकॉप्टर से बाढ़ की विभीषिका का जायजा लेने के बाद सीएम योगी ने प्रभावित लोगों को राहत सामग्री अपने हाथों से बांटी. ग्राम गोंदीपुर सहित करीब आधा दर्जन गांव के लोगों ने सीएम योगी से राहत सामग्री ली. मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग उतरौला रोड पर कराई गई.
अक्तूबर में भारी बारिश के बीच बाढ़ ने मचाई तबाही
पानी को देखते हुए कार्यक्रम स्थल सड़क पर ही बनाया गया था. मझौवा में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि सरकार आपके साथ खड़ी है और प्रशासन अपना काम कर रहा है. उन्होंने निर्देश दिया कि कार्यक्रम में आए हुए हर लाभार्थी को घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन की है. उन्हें सुरक्षित घर तक पहुंचाया जाए।. उन्होंने कहा कि अमूमन बाढ़ सितंबर माह तक आ जाती थी लेकिन इस बार अक्टूबर में भारी बारिश के बीच बाढ़ आई है. उन्होंने बीजेपी सरकार का बखान करते हुए कहा कि 4 वर्षों में बांधों पर बेहतर काम किया गया है.
बाढ़ पीड़ितों को सुविधा मुहैया कराई जा रही-सीएम
मगर अचानक आई बाढ़ से हालात थोड़े खराब हो गए. प्रशासन स्थानीय स्तर पर काम स्थिति को नियंत्रण में किए हुए है और हर बाढ़ पीड़ित को उचित सुविधा मुहैया कराई जा रही है. लगातार हो रही बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण जिला जलमग्न हो गया है. अचानक आए जल प्रलय में चारों तरफ तबाही का मंजर पसरा है. उतरौला और श्रीदत्तगंज ब्लॉक के 70 से 80 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. लोग घरों की छतों पर पनाह लेने को मजबूर हो गए हैं. किसानों की फसल भी बाढ़ के पानी में डूब गई है. फसल खराब होने से किसानों के सामने खाने-पीने की किल्लत पैदा हो गई है.