Gorakhpur Sainik School Inauguration: गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से सैनिक स्कूल बन गया है. यह सैनिक स्कूल पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला और उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल सोसाइटी की तरफ से संचालित दूसरा सैनिक स्कूल है. कल शनिवार की सुबह साढ़े दस बजे इसका औपचारिक लोकार्पण सीएम योगी की मेजबानी में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे.  


गोरखपुर में सैनिक स्कूल का शिलान्यास 23 जुलाई 2021 को हुआ था. ‘युवाओं को शिक्षा, देश की रक्षा’ के ध्येय से इस स्कूल में कक्षा 6 से 12 तक लड़कों और लड़कियों को आवासीय व्यवस्था के तहत शिक्षा दिए की जाने की व्यवस्था की गई है. 


प्रवेश परिक्षा के जरिए ले सकते हैं एडमिशन


गोरखपर सैनिक स्कूल में बच्चे प्रवेश परीक्षा के जरिये कक्षा 6 और 9 में दाखिला ले सकते हैं. आपको बता दें कि इस सत्र की पढ़ाई पहली जुलाई से शुरू हो चुकी है. पहले चरण में इस स्कूल में कक्षा 6 और 9 में 84-84 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है. इनमें कुल मिलाकर 40 छात्राएं और 128 छात्र हैं. यहां छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग कैंपस है.


आम तौर पर जैसे बाकी सैनिक स्कूल का उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास कर उन्हें भारतीय सशस्त्र सेनाओं के अधिकारी वर्ग में चयन के लिए राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के लिए तैयार करना होता है, उसी उद्देश्य के तहत यह स्कूल भी काम करेगा.


सैन्योन्मुखी शिक्षा पर आधारित इसका पैटर्न


इस विद्यालय में प्रवेश हेतु चयन प्रक्रिया में बच्चों की बौद्धिक क्षमता के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और चिकित्सकीय क्षमता का भी विशेष रूप से आकलन किया जाएगाच. इसका पूरा पैटर्न सैन्योन्मुखी शिक्षा पर आधारित है. आपको बता दें कि सैनिक स्कूल की समय सारिणी सेना में होने वाले प्रशिक्षण के अनुरूप होती है.


सैनिक स्कूल में ये खास सुविधाएं मौजूद हैं


गोरखपुर का सैनिक स्कूल यूपी सैनिक स्कूल सोसाइटी के अंतर्गत स्थापित होने वाला दूसरा विद्यालय है. इस स्कूल में 20 क्लासरूम, 4 लैब्स, छात्रावास, डायनिंग हॉल, मल्टीपर्पज हॉल, कांफ्रेंस हाल, 1014 सीटेड ऑडिटोरियम, योग सेंटर, इनडोर शूटिंग रेंज, इंडोर स्विमिंग पूल और सीएसडी कैंटीन की सुविधा है.


चार हॉस्टलों के ये हैं नाम 


इस सैनिक स्कूल में कुल एडमिशन लिए विद्यार्थियों को चार हॉस्टल में रखा गया है. इन हॉस्टलों का नाम शहीद भगत सिंह, शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद बंधु सिंह और रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर किया गया है. विद्यार्थियों के लिए भोजन की व्यवस्था अन्नपूर्णा भवन में की गई है. वहीं खेल कूद के लिए यहां बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, फुटबॉल, टेनिस, बैडमिंटन कोर्ट बनाए गए हैं. 


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