Sambhal Mandir: उत्तर प्रदेश के संभल में मुस्लिम बहुल इलाके में शनिवार को कई साल पुराना बंद मंदिर मिला. इस मंदिर में रविवार को सुबह पूजा-पाठ किया गया. हिंदू संगठन के लोग मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पहुंचे. वहीं मुस्लिम समुदाय ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई. अब इस पूरे मामले पर सीएम योगी आदित्यनाथ की पहली प्रतिक्रिया आई है.
सीएम योगी ने कहा, 'कल संसद में चर्चा संविधान पर हो रही थी लेकिन मुद्दा संभल का उठ रहा था. लेकिन संभल में इन्हीं के समय में 46 वर्ष पहले बंद कर दिया गया था वो मंदिर फिर से सबके सामने आ गया. इनकी वास्तवकिता को सबके सामने प्रस्तुत कर दिया. क्या संभल में वो इतना प्राचीन मंदिर रातों-रात प्रशासन ने बना दिया.'
निर्दोष लोगों का क्या कसूर था- सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा, 'क्या वहां बजरंग बली की इतनी प्राचीन मूर्ति रातों-रात आ गई. वहां पर जो ज्योतिर्लिंग निकला है वो आस्था नहीं थी क्या? उन दरिंदों को आज तक सजा क्यों नहीं मिली, जिन्होंने 46 वर्ष पहले संभल में नरसंहार किया था? इस पर चर्चा क्यों नहीं होती है? उन निर्दोष लोगों का क्या कसूर था. जिनकी निर्मम हत्या आज से 46 साल पहले संभल में हुई थी.'
उन्होंने कहा कि जो भी उस सच को बोलेगा उसको धमकी दी जाएगी. उनका मुंह बंद कराने का प्रयास होगा. इसीलिए ये लोग कुंभ के बारे में भी गलत प्रसार करने का प्रयास कर रहे हैं. यह भारत की विरासत है कि अगर किसी ने कार्य किया है, तो उसके प्रति हम कृतज्ञता ज्ञापित करें. 10,000 एकड़ क्षेत्रफल में महाकुम्भ को विस्तार दिया गया है.
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पुलिस ने कराई सफाई
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि महाकुम्भ भारत के आध्यात्मिक और भौतिक विकास के सभी कार्यों पर चर्चा-परिचर्चा का केंद्र बिंदु बनेगा. 'प्रयागराज महाकुम्भ-2025' दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समागम होगा. डबल इंजन की सरकार इसके आयोजन हेतु प्रतिबद्ध है.
बता दें कि शनिवार को जिला पुलिस और प्रशासन द्वारा चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मंदिर खोजा गया था. 14 दिसंबर को फिर से खोले गए मंदिर के बाहर पुलिस सुरक्षा तैनात की गई है. मंदिर परिसर की सफाई की गई है और बिजली की व्यवस्था की गई है. डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि हमें मंदिर बंद रहने की सूचना मिली थी. मंदिर काफी पुराना है. सफाई कराई गई है.