सीएम योगी ने गोरखपुर के लोगों को दी 133 परियोजनाओं की सौगात, कोरोना को लेकर किया आगाह
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के लोगों को 133 परियोजनाओं की सौगात दी है. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना कमजोर हुआ है लेकिन खत्म नहीं हुआ है.
CM Yogi Adityanath Gorakhpur Development Projects: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर वासियों को 80 करोड़ 25 लाख 47 हजार रुपए की 133 परियोजनाओं की सौगात दी. उन्होंने चौरीचौरा, पिपराइच, गोरखपुर ग्रामीण, सहजनवां और बांसगांव के विकास की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर के प्रति आगाह करते हुए लापरवाही नहीं बरतने की अपील की. उन्होंने कोरोना से किसी भी निराश्रित की मदद के लिए सभी से आगे आने की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना से निराश्रित महिलाओं के आंगनबाड़ी, आशा और अन्य योजनाओं में समायोजन के साथ पेंशन के लिए फार्म भरवाने के लिए कैम्प लगवाएगी.
विकास का कोई विकल्प नहीं
गोरखपुर के महायोगी बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर की विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में सभी का स्वागत करता हूं. उन्होंने कहा कि विकास का लाभ किसी एक क्षेत्र, विधानसभा और कस्बे में नहीं बल्कि पूरे प्रदेश, गांव और क्षेत्र में हो रहा है. ये कार्यक्रम इसका जीता-जागता उदाहरण है. विकास का कोई विकल्प नहीं है. किसी गांव और कस्बे में कोई योजना स्वीकृत होती है, तो उसे हमें बिना किसी बाधा के पूरा होने देना चहिए.
योजनाओं का लाभ हर वर्ग को मिलता है
सीएम ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार विकास की योजनाओं को हर वर्ग के पास बराबरी के साथ लेकर जा रही है. क्योंकि ये योजनाएं किसी जाति, धर्म और मजहब के नाम पर नहीं होती हैं. इसका लाभ हर वर्ग को मिलता है. जब इसमें बाधा पहुंचाई जाती है, तो वो लेट होने के साथ उसका बजट भी बढ़ जाता है. कुछ लोग इन योजनाओं के शुरू होने के पहले ही उसमें अड़ंगा लगाने लगते हैं. कल भी कई परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ था. आज भी विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास है. यानी जीवन और जीविका दोनों को बचाना है.
कोरोना कमजोर हुआ है, खत्म नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना की तीसरी लहर के प्रति आगाह करते हुए कहा कि कोरोना कमजोर हुआ है, खत्म नहीं हुआ है. हमारे कोरोना वॉरियर्स, जनप्रतिनिधि और पार्षदों ने मिलकर काम किया है. यूपी में कोरोना न्यूनतम स्तर पर है. हमें मास्क जरूर लगाना है. संभव हो तो घर में भी लगाएं. हमें लोगों को इसके प्रति जागरूक करना होगा. कोरोना से जुड़े मामलों को चिन्हित करने के साथ टेस्ट और पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेशन और अस्पताल पहुंचाने से जान बच सकती है.
निगरानी समितियों ने किया बेहतर काम
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निगरानी समितियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि निगरानी समितियों ने गांव और पार्षदों के सहयोग से बेहतर काम किया है. हर लक्षण युक्त दवा दे दी गई. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के माध्यम से माता-पिता को कोरोना में खोने वाले बच्चों को 4 हजार रुपये प्रति माह देने के साथ शिक्षा और अन्य सुविधाएं भी दे रहे हैं. कोरोना में पति को खोने वाली महिलाओं को पेंशन के लिये फार्म भरवाने और उन्हें कहीं ना कहीं समायोजित करने का सरकार प्रयास करेगी.
लापरवाही ना करें
27 जून से 4 श्रेणी में बच्चों की दवाई उपलब्ध कराई गई है. नवजात, 5 साल तक के बच्चे को लिक्विड फार्म में दवा दी जा रही है. समय पर दूसरी डोज लें. बहुत सारे परिवारों के सामने संकट आया. इस दौरान बहुत से लोगों ने असमय ही अपनों को खोया. इस संकट की घड़ी में सरकार हर एक नागरिक को खाद्यान्न उपलब्ध करा रही है. कोरोना कम हुआ है, इसका ये मतलब नहीं है कि हम लापरवाही करें. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार निशुल्क वैक्सीन लगवा रही है. लोग एक वैक्सीन ले रहे हैं, दूसरी नहीं ले रहे.
तीसरी लहर से बचने के लिए तैयारी कर रहे हैं
सीएम ने कहा कि जब हम कोरोना से खुद को बचाने में लगे थे, तो निगरानी समितियों ने उस दौरान बहुत अच्छा काम किया. उनका सम्मान होना चाहिए. हमें लापरवाही नहीं करनी है. कोरोना से बचाव के लिए हमें सभी को जागरूक करना होगा. पहला डोज लेने वाले गोरखपुर में भी अधिक हैं. दूसरा डोज नहीं ले रहे हैं. वो लापरवाही ना करें. लापरवाही खतरनाक है. जीवन बचाने के साथ विकास भी करना है. तीसरी लहर से बचने के लिए हम तैयारी कर रहे हैं.
स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम चलाया गया
सीएम ने कहा कि बच्चों को तीसरी लहर से बचाने के लिए अभिभावकों का बूथ बनाया गया है. कोरोना पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है. यात्रा और बाहर जाने का कार्यक्रम हमें स्थगित करना होगा. 40 लाख कामगार और श्रमिक यूपी के गांव और कस्बे में आए. उनके लिए स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम चलाया गया. शासन की योजनाओं के तहत बैंकों से लोन दिलाकर उन्हें रोजगार से जोड़कर स्वावलंबी बनाने का कार्य चल रहा है. सड़क, नाली के साथ मंदिर और पर्यटन विकास की योजनाओं का भी लोकार्पण-शिलान्यास हो रहा है.
सरकार करेगी मदद
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में प्रभावित होने वाले कस्बा, पटरी व्यवसाई भी हैं. सरकार उन्हें मदद देगी. इसका लाभ बहुत से पटरी व्यवसाई नहीं ले पाए. आसानी से लोन लेने के लिए हमें ठोस कार्य योजना प्रस्तुत करनी होगी. विकास के लिए जितना पैसा जाता है, वो पैसा जनता के हित के लिए इस्तेमाल होना चाहिए. हमें इस पर ध्यान देना होगा. गोरखपुर के लोगों की सभी मांग पूरी हुई है. एम्स और फर्टिलाइजर कारखाने का उद्घाटन अक्टूबर में पीएम मोदी के हाथ से होगा और इसे पूर्वांचल के लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा.
खुद भी लेनी होगी जिम्मेदारी
सीएम ने कहा कि धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार के साथ उसकी साफ सफाई की व्यवस्था मंदिर प्रबंधन और हमें खुद देखनी होगी. इसके लिए सरकार की ओर उम्मीद की नजर से देखने की जरूरत नहीं है. इससे आने वाली पीढ़ी भी इस व्यवस्था पर गर्व करेगी. उसकी देखभाल और साफ सफाई की व्यवस्था खुद देखनी होगी. सरकार पर ही निर्भर नहीं रहना होगा. पर्यटन को योजनाएं विकास तक सीमित नहीं होती हैं, रोजगार भी उपलब्ध किया जाता है.
कांवड़ यात्रा को लेकर नहीं बोले सीएम
सीएम योगी ने एनेक्सी भवन में नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमखों के साथ बैठककर उनके क्षेत्र की समस्याओं और उसके समाधान के बारे में चर्चा की. इसके साथ ही उन्होंने सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश दिए. हालांकि, कांवड़ यात्रा को लेकर हुए मीडिया के सवालों का उन्होंने जवाब नहीं दिया.
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