गोरखपुर, एजेंसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखपुर में अपने 'जनता दर्शन' कार्यक्रम में फरियाद लेकर आये एक व्यक्ति को दो बच्चियों की शिकायत पर पुलिस के हवाले कर दिया। मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन कार्यक्रम के तहत लोगों से मुलाकात कर रहे थे, तभी राम नारायण नाम का व्यक्ति जमीन को लेकर अपनी फरियाद सुनाने के लिये खड़ा हुआ। इसी दौरान दो लड़कियों ने खड़े होकर उस व्यक्ति की शिकायत की।


सूत्रों के मुताबिक छह साल पहले गुलरिहा गांव में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली थी। उसकी 8 और 13 साल की बेटियां हैं। शख्स की मौत के बाद उसकी पत्नी पिंकी अपनी बेटियों को घर में छोड़कर अपने प्रेमी प्रदीप थापा के साथ चली गयी थी। ग्रामीणों ने दोनों बच्चियों का पालन-पोषण शुरू किया था।



बाद में पिंकी ने अपने पति का मकान राम नारायण नाम के व्यक्ति को बहुत सस्ते दामों में बेच दिया था। करीब एक माह पहले पिंकी, उसका प्रेमी प्रदीप तथा कुछ अन्य लोग घर आये और उन्होंने दोनों बच्चियों को जबरन घर से बाहर निकालने की कोशिश की। ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंची पुलिस ने पिंकी और प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया था।



राम नारायण उस मकान पर कब्जे की अर्जी लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचा था। वहां दोनों बच्चियां भी अपनी फरियाद लेकर पहुंची थीं। जब नारायण ने योगी से अपनी बात कहनी शुरू की, तभी दोनों लड़कियों ने भी खड़े होकर मुख्यमंत्री को बताया कि नारायण ने कैसे बहुत सस्ते दाम में उनका घर खरीद लिया और कैसे उन्हें घर से निकालने के लिये प्रताड़ित किया गया।



इस पर मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से कहा कि नारायण के खिलाफ तत्काल जांच शुरू की जाए और जिलाधिकारी से बच्चियों को बालिका संरक्षण गृह भेजने को कहा। गुलरिहा के थानाध्यक्ष मनोज कुमार राय ने बताया कि नारायण के खिलाफ जांच शुरू कर दी गयी है।