CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त रवैये तेवरों के साथ उनके भाषण भी लोगों को काफी पसंद आते हैं. जिसकी वजह से यूपी के बाहर भी दूसरे राज्यों में उनकी खासी डिमांड रहती है. यूपी उपचुनाव से लेकर झारखंड और महाराष्ट्र में सीएम योगी ने पिछड़े 13 दिनों में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार किया और एनडीए के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की. इस दौरान उनका बंटेंगे तो कटेंगे का नारा भी काफी सुर्खियों में रहा है.
सीएम योगी ने पिछले 13 दिनों में 37 जनसभाएं कर एनडीए के समर्थन में जबरदस्त माहौल बनाया है. मुख्यमंत्री ने जहां एक तरफ महाराष्ट्र और झारखंड जैसे राज्यों में चुनाव प्रचार की कमान संभाली हुई थी, तो वहीं यूपी उपचुनाव में सभी नौ सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए भी पूरी ताकत लगाई.
सीएम योगी ने की इतनी जनसभाएं
यूपी की नौ सीटों पर उन्होंने पाँच दिन जबरदस्त कैंपेन किया इस दौरान 15 चुनावी रैलियां की, जिनमें 13 जनसभाएं और 2 रोड शो शामिल थे. मुख्यमंत्रि ने फूलपुर, मझवां, खैर और कटेहरी सीट पर दो-दो रैलियां की तो वहीं बाकी गाजियाबाद, करहल, कुंदरकी और मीरापुर सीट पर भी एनडीए के समर्थन में वोट मांगे. इसके अलावा उन्होंने ग़ाज़ियाबाद और सीसामऊ में रोड शो भी किए.
सीएम योगी 8 नवंबर को मीरापुर में रालोद प्रत्याशी मिथिलेश पाल, कुंदरकी में बीजेपी उम्मीदवार रामवीर सिंह ठाकुर और गाजियाबाद सीट से बीजेपी उम्मीदवार संजीव शर्मा के समर्थन में चुनाव प्रचार किया. इसके बाद 9 नवंबर को उन्होंने खैर, सीसामऊ और करहल सीट पर जनसभाओं को संबोधित किया. और दस नवंबर को सीएम योगी कटेहरी, मझवां और फूलपुर सीट पर चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे. और दीपक पटेल, सुचिष्मिता मौर्य और धर्मराज निषाद के समर्थन में जनसभा की.
मुख्यमंत्री ने झारखंड में चार दिन चुनाव प्रचार किया, इस दौरान उन्होंने यहां 13 चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया. उन्होंने झारखंड से ही अपने चुनाव प्रचार का आगाज किया था, पहली रैली सीएम योगी ने 5 नवंबर को की थी. महाराष्ट्र में सीएम योगी के भाषणों की गूंज सुनाई दी. उन्होंने यहां 11 चुनावी रैलियां की.
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