Makar Sankranti 2023: गोरखनाथ मंदिर में CM योगी ने निभाई पीठाधीश्वर की भूमिका, विशेष पूजा के बाद चढ़ाई खिचड़ी
Makar Sankranti: सीएम योगी ने ब्रह्म मुहुर्त में रविवार सुबह 4 बजे नाथ पीठ की परंपरा के अनुरूप पीठाधीश्वर की भूमिका निभाई. गोरखनाथ बाबा को कच्ची खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है.
Makar Sankranti 2023: गोरक्षपीठ के महंत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश और प्रदेश की जनता को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति जगत पिता सूर्य की उपासना का पर्व है. जीव सृष्टि जगत पिता सूर्य के कारण है. उन्होंने लोगों की जिंदगी में उमंग और उल्लास की कामना की. महंत योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में मकर संक्रांति पर्व का अलग उल्लास है. मकर संक्रांति का पर्व लोग पूरब में बिहू, पश्चिम में लोहड़ी, उत्तर में खिचड़ी और दक्षिण में पोंगल के तौर पर मनाते हैं.
गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ ने निभाई परंपरा
गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सूर्य का अयनवृत्त 12 बराबर राशियों में विभाजित है. एक राशि से दूसरी राशि में सूर्य का संक्रमण संक्रांति कहलाता है. मेरा सौभाग्य है की ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4 बजे बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ. कोरोना महामारी के दो साल बाद इस बार लाखों श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने आए हैं. उन्होंने बताया कि एक माह के लिए खिचड़ी का मेला भी लगा हुआ है. कोरोना महामारी के दो साल बाद गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर्व पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा है.
लाखों श्रद्धालुओं के आने की वजह से इस बार गोरक्षापीठ की सुरक्षा एटीएस को सौंपी गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्म मुहूर्त में भोर 4 बजे बाबा गोरखनाथ की विशेष पूजा-अर्चना कर खिचड़ी चढ़ाई. नेपाल नरेश की पहली खिचड़ी चढ़ाने की सदियों से चली आ रही परम्परा को पूरा करने के बाद मंदिर के पट खोल दिए गए. श्रद्धालु जयकारे के साथ बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने उमड़ पड़े.
बाबा गोरखनाथ की जयकारे से माहौल हुआ गुंजायमान
माहौल बाबा गोरखनाथ की जयकारे से गुंजायमान हो गया. बीच भीड़ को संयमित और नियंत्रित करने में एटीएस, पुलिस और पीएसी के जवान और मंदिर प्रशासन लगा रहा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्म मुहुर्त में रविवार को सुबह 4 बजे नाथ पीठ की परंपरा के अनुरूप पीठाधीश्वर की भूमिका निभाई. उन्होंने नाथजी की विशेष पूजा-अर्चना करने के बाद खिचड़ी चढ़ाई. गोरखनाथ बाबा को कच्ची खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. देश-दुनिया से श्रद्धालु लाखों की संख्या में खिचड़ी चढ़ाने पहुंचते हैं.
गोरखनाथ बाबा के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए विशेष इंतजाम किए गए थे. श्रद्धालुओं ने बुधवार की रात से ही मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए लाइन लगाना शुरू कर दिया था. मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने वालों की आ रही भीड़ को देखते हुए यातायात परिवर्तन किए गए. शहर के चप्पे-चप्पे पर एटीएस, पुलिस-पीएसी और पैरामिलिट्री के जवानों की तैनाती की गई. मंदिर के मुख्य द्वार से गर्भगृह तक पहुंचने के लिए बैरिकेडिंग कर पांच रास्ते बनाए गए.
पुरुष और महिलाओं के लिए दो-दो रास्ते बनाये गये. मंदिर के कर्मचारी, संस्कृत विद्यालय के छात्रों के साथ मंदिर के सेवादार परिसर में जगह-जगह तैनात हैं. ट्रैफिक पुलिस, पीएसी, एटीएस के 40 कमांडो, 20 पुलिस जवान और 400 कांस्टेबल मंदिर की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं. मंदिर परिसर में 55 जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. मंदिर में एक अस्थायी थाना और आठ पुलिस चौकियां बनाई गई हैं. पार्किंग के लिए 10 स्थान निर्धारित किए गए हैं.