लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब नए चुने सहायक अध्यापकों से बातचीत की तो शिक्षकों की खुशी का ठिकाना नहीं था. बातचीत कार्यक्रम के तहत सीएम ने मेरठ, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी और झांसी के सात अध्यापकों से बात की.
गोरखपुर की निकहत परवीन से सीएम ने पूछा कि आप बेटियों की शिक्षा के लिए क्या करेंगी. इस पर निकहत ने कहा कि बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए जो प्रयास मेरी ओर से हो सकेंगे वो करूंगी. इसके साथ ही मैं दिव्यांग बेटियों की शिक्षा पर जोर दूंगी.
मेरठ से जगमोहन सिंह ने जब बताया कि वह परीक्षित गढ़ का रहने वाला है तो मुख्यमंत्री ने उनसे वहां के बारे में पूछा. जिसके बाद जगमोहन ने बताया कि उस जगह का नाम प्रतापी राजा परीक्षित के नाम पर पड़ा है. वहां का इतिहास 6 हजार साल से ज्यादा पुराना है. तब मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां का निवासी होना सौभाग्य की बात है.
चयन पर खुशी
इसी तरह झांसी से ज्योति गौड़ से मुख्यमंत्री ने पूछा कि सहायक अध्यापक के रूप में चयन होने पर उन्हें कैसा लग रहा है. तब ज्योति ने बताया कि उनके चयन पर सभी लोग बहुत खुश हैं और उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है. मुख्यमंत्री ने वाराणसी की मनीषा थपलियाल से भी बात की. मनीषा ने भी नियुक्ति पर काफी खुशी जाहिर की. मनीषा वाराणसी की रहने वाली हैं और उनकी नियुक्ति भी वहीं हुई है.
सीएम की इच्छा
गोरखपुर की हेमप्रभा ओझा का चयन गृह विज्ञान की सहायक अध्यापिका के तौर पर हुआ है. मुख्यमंत्री ने उनसे बातचीत करते हुए कहा कि समाज के लिए उपयोगी सभी चीजें गृह विज्ञान के अंदर आती हैं. विद्यालय के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान गृह विज्ञान विभाग का एक विशेष कार्यक्रम होना चाहिए. सीएम ने इच्छा जताई कि वे नियमित रूप से विद्यालय जा कर पठन-पाठन का बेहतर माहौल तैयार करेंगी.
प्रयागराज के मनीष मिश्रा से भी सीएम ने बात की. जब सीएम ने पूछा कि क्या मनीष विद्यालय जा कर नियमित रूप से पढ़ाएंगे तो उन्होंने कहा कि बिल्कुल पढ़ाएंगे.
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