UP By-Elections 2024: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव का हो चुका. राज्य में 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर पार्टियां हर सियासी दांव चल रही है. लेकिन बीते मंगलवार को कुछ ऐसा हो गया जिससे समाजवादी पार्टी का एक बड़ा दांव फेल हो सकता है और उसकी गवाही एक तस्वीर दे रही है.


दरअसल, बहराइच में हिंसा हुई और इसकी शुरूआत राम गोपाल मिश्रा की मौत से हुई थी. मंगलवार को बहराइच हिंसा में मृतक रामगोपाल मिश्रा का पीड़ित परिवार सीएम योगी से मिला. इनकी सीएम योगी से मुलाकात लखनऊ स्थिति मुख्यमंत्री आवास पर हुई. इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया के जरिए साझा की.


पीड़ित परिवार के साथ सरकार- सीएम
उन्होंने तस्वीर साझा करते हुए लिखा, 'जनपद बहराइच की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में काल-कवलित हुए युवक के शोक संतप्त परिजनों से आज लखनऊ में भेंट की. दुःख की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. आश्वस्त रहें, पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना यूपी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है.'



सीएम योगी ने आगे कहा, 'इस घोर निंदनीय और अक्षम्य घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.' यानी अपने पोस्ट में घटना को लेकर सीएम योगी ने अपने इरादे बिल्कुल स्पष्ट कर दिए. उन्होंने कहा कि आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. हालांकि ऐसा ही बयान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिया है.


डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बहराइच की घटना पर कहा, "सरकार ने बहराइच की घटना को बहुत गंभीरता से लिया है. उच्च स्तरीय जांच चल रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. पूरे प्रदेश में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. हम हर हाल में कानून व्यवस्था बनाए रखेंगे."


लेकिन इन तमाम राजनीतिक घटनाक्रम के पीछे एक सियासी तस्वीर भी बन रही थी. दरअसल, बीते लंबे वक्त से सरकार पर आरोप लगा रहा था कि ब्राह्मण vs ठाकुर की पॉलिटिक्स की जा रही है. लेकिन जब बहराइच के पीड़ित परिवार से मुख्यमंत्री ने मुलाकात ने इन आरोपों पर पानी फेर दिया. 


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विपक्ष के आरोपों को झटका
ब्राह्मण vs ठाकुर की पॉलिटिक्स करने का आरोप बीते लंबे वक्त से समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव खास तौर पर लगाते रहे हैं. लेकिन मुख्यमंत्री के फैसले ने दिखा दिया कि ये केवल मुद्दा बनाने की कोशिश हो रही है जबकि सरकार हर वर्ग और समाज के लिए अपने ओर से पूरी तरह प्रतिबद्ध है. 


गौरतलब है कि राजनीति में दांवपेच के दौरान समय का बहुत महत्व होता है. सीएम योगी ने ये मुलाकात ऐसे वक्त में की है जब राज्य में दस सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं और बीते लंबे वक्त से ब्राह्मण बीजेपी के कोर वोटर्स रहे हैं. लेकिन बीते कुछ महीनों से ब्राह्मण vs ठाकुर का रंग देकर इन वोटर्स को तोड़ने की पूरी कोशिश चल रही थी. 


मुख्यमंत्री ने संवेदना व्यक्त करने के साथ-साथ 10 लाख रुपए पीड़ित परिवार की सहायता के लिए और मुख्यमंत्री आवास के साथ ही अगर अंत्योदय कार्ड नहीं है तो अंत्योदय कार्ड और जो भी उसके साथ सुविधाएं हैं, देने की बात की है और जो भी दोषी हैं उनके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई का वादा किया है.


बीजेपी और कांग्रेस ने क्या कहा?
बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि हमारी सरकार में कानून का राज सबके लिए बराबर है. जो लोग जाति की बात करते हैं वह हिन्दू समाज को बांटना चाहते हैं. बहराइच मामले में सरकार और पुलिस ने सख्त एक्शन लिया है.


कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा कि पहले जो सामंतवादी होते थे वह लोग अत्याचार करते थे. आज के समय में लोकतांत्रिक सरकार नहीं है. आज जो सूट करता है उसी की राजनीति की जा रही है. सरकार उपचुनाव से डरी हुई है इसलिए इस तरह के काम किए जा रहे हैं.