''मोदी के बाद कौन'' सवाल पर क्या बोले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पढ़िये ये खबर
उन्होंने चुनाव आयोग के बैन से लेकर विवादित बयानों पर पूछे गए सभी सवालों पर बेबाक तरीके से अपनी बातें रखीं। ''मोदी के बाद कौन'' इस सवाल को उन्होंने बड़े ही दार्शिनक अंदाज से टाल दिया।
लखनऊ,एबीपी गंगा। चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीन दिन का प्रतिबंध खत्म होने के बाद राज्य भर में उनकी ताबड़तोड़ रैलियां जारी हैं। इस बीच एबीपी गंगा के संपादक राजकिशोर ने सीएम योगी से खास बातचीत की। उन्होंने चुनाव आयोग के बैन से लेकर विवादित बयानों पर पूछे गए सभी सवालों पर बेबाक तरीके से अपनी बातें रखीं। ''मोदी के बाद कौन'' इस सवाल को उन्होंने बड़े ही दार्शिनक अंदाज से टाल दिया।
एबीपी गंगा के संपादक राजकिशोर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जब ये सवाल किया कि आखिर मोदी के बाद कौन, तो ऐसा लगता है कि भविष्य में ऐसा हो सकता है कि मोदी के बाद योगी...क्या आप राष्ट्रीय फलक पर जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं।
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये कोई प्रश्न नहीं है। मोदी जी देश के नेता हैं, प्रधानमंत्री हैं। बीजेपी इस बात में सौभाग्यशाली है कि मोदी जी को नेतृत्व में बीजेपी ने तीस साल बाद पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में सफलता हासिल की और देश को यशस्वी नेतृत्व दिया और मोदी जी के नतृत्व में ही वर्तमान में भी चुनाव लड़ा जा रहा है। और भविष्य में भी मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी काम करेगी।
राजनीतिक पंडितों की मानें तो योगी आदित्यनाथ को पार्टी एक ऐसे चेहरे के तौर पर तैयार कर रही है जो भविष्य में बड़ी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार रहे। कई राजनीतिक विशलेषकों का मानना है कि योगी आदित्यनाथ हिंदुत्व छवि का एक मजबूत चेहरा है। जब बात हिंदुत्व के मुद्दे पर होगी है तब ये पार्टी को बड़े स्तर पर फायदा दे सकती हैं।
यही नहीं कांग्रेस और प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की संभावना पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस न पहले चुनौती थी न आज है और न भविष्य में होगी। चुनौती तब बनती है जब उनके पास अपना कोई आधार हो। यूपी में कांग्रेस अपनी दो सीटें नहीं बचा पा रही है तो चुनौती की बात बहुत दूर है।
चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर उन्होंने कहा कि यह एक संवैधानिक संस्था है। वे अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वाहन कर रहे हैं। हमने तो कभी उनके कार्यों पर प्रश्न नहीं उठाया। मुझसे पूछा गया था, मैने जवाब दे दिया और ये भी सच था कि मैंने कहीं जाति या मजहब के आधार पर वोट देने की अपील नहीं की थी। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ये कार्य कर रही है। बसपा-सपा विपक्ष भी ये काम कर रहे हैं। बीजेपी ने ऐसा कभी नहीं किया।
मुझपर पर तीन दिनों का प्रतिबंध लगाया गया मैंने उसका पालन किया। लेकिन मेरी आस्था से मुझे कोई वंचित नहीं कर सकता है। हमारे लोक कल्याणकारी कार्यों से हमें कोई वंचित नहीं कर सकता वो मेरा अधिकार है और मैने इसका प्रयोग किया। चुनाव आयोग ने अपने अधिकार का प्रयोग किया और मैने अपने अधिकार का।