Gyanvapi ASI Survey Report: वाराणसी की ज्ञानवापी परिसर की एएसआई रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसमे वहां पर मंदिर होने के सबूत पाए गए हैं. जिसके बाद अब इसे लेकर एक बार फिर से सियासत गर्मा गई है. सर्वे की रिपोर्ट पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. सीएम योगी ने कहा कि हमारी संस्कृति और परंपरा हजारों साल पुरानी है. उसे इतिहास के दायरे में कैद नहीं किया जा सकता है.


सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, "जितनी प्राचीन संस्कृति और परंपरा हमारी है. हम इतिहास से भी परे हैं. हमें इतिहास में कोई क़ैद नहीं कर सकता. हज़ारों वर्षों का इतिहास हमारा है. अभी आपने वाराणसी में देखा होगा. वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम में ज्ञानवापी में एएसआई की रिपोर्ट सामने आई है, एएसआई की रिपोर्ट क्या बताती हैं. बहुत कुछ आपके सामने उदाहरण पेश करता है.' सीएम योगी ने कहा कि, राम हमारे पूर्वज हैं कृष्ण हमारे पूर्वज हैं वो सिर्फ हमारी आस्था नहीं हमारी विरासत हैं और हम उस विरासत पर गौरव करते हैं." 


अयोध्या पर कही ये बात
सीएम योगी ने अयोध्या में राम मंदिर का भी ज़िक्र किया और कहा कि अभी 500 वर्षों का भगवान राम का तीर्थ और प्राण प्रतिष्ठा का समारोह हुआ. उस उस विरासत पर जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 500 वर्ष के बाद उपलब्ध कराया है. हमें गर्व होना चाहिए. हमने आज़ादी की लड़ाई को अपनी आँखों से नहीं देखा.. देश को आज़ाद होते नहीं देखा, लेकिन जब देश अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा था तो हर घर तिरंगा के ज़रिए हम इस महोत्सव में सहभागी बने थे.



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ज्ञानवापी पर पहले दिया था ये बयान
सीएम योगी इससे पहले भी ज्ञानवापी को लेकर अपना बयान दे चुके हैं. एएसआई सर्वे की रिपोर्ट आने से पहले सीएम योगी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि "मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको दृष्टि दी है वो देखे, त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो ये यहां नहीं रखे. त्रिशूल कैसे वहां बने हुए हैं? ज्योतिर्लिंग हैं. देव प्रतिमाएं हैं. पूरी दीवारें चिल्ला चिल्ला के क्या कह रही हैं. सीएम योगी ने तो यहां तक कह दिया था कि ये प्रस्ताव मुस्लिम पक्ष की तरफ से आना चाहिए, कि ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो."


आपको बता दें कि एएसआई की रिपोर्ट में ज्ञानवापी में मंदिर होने की बात कही गई है. रिपोर्ट के मुताबिक परिसर में कई देवी-देवताओं की मूर्तियां मिली है और कई सनातन धर्म के प्रतीक चिन्ह मिले हैं. मस्जिद में नागर शैली में बने स्तंभ भी मिले हैं.