UP Politics: जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी (Maulana Arshad Madani) के 'ओम' और 'अल्लाह' वाले बयान पर सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की प्रतिक्रिया आई है. मौलाना मदनी को सीएम योगी ने करारा जवाब दिया है.
सीएम योगी ने कहा, "हर नागरिक के लिए उसकी सांस्कृतिक नागरिकता फिट बैठती है. भारत का कोई व्यक्ति अगर हज करने के लिए जाता है तो उसका संबोधिन वहां हिंदू का होता है. अगर भारत का कोई व्यक्ति हज करने के लिए जा रहा है और वहां उसको कोई हाजी के रूप में नहीं मानता है और न ही इस्लाम के रूप में मानता है. वहां उसको हिंदू नाम से संबोधित किया जाता है. तो वहां किसी को परेशानी नहीं होती है. उस परिपेक्ष्य में आप देखेंगे तो भारत हिंदू राष्ट्र है."
भारत हिंदू राष्ट्र है- सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा, "भारत हिंदू राष्ट्र है क्योंकि यहां का हर नागरिक हिंदू है क्योंकि यह कोई जाती सूचक और मजहब सूचक शब्द नहीं है. हिंदू राष्ट्र से किसी को परहेज नहीं होना चाहिए. अगर आप इसको मतमजब और संप्रदाय के साथ जोड़ रहे हैं. इसका मतलब है कि हम हिंदू को समझने की भूल कर रहे हैं. हिंदू को आप मत और मजहब के साथ जोड़ रहे हैं तो हम हिंदू को समझने की भूल कर रह हैं. संविधान के प्रति हर भारतीय के मन में सर्वोच्च सम्मान होना चाहिए."
उन्होंने कहा, "भारत हिंदू राष्ट्र था, है और वर्तमान में भी रहेगा." बता दें कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने 'ओम' और 'अल्लाह' , मनु और पैगंबर आदम को एक बताते हुए दावा किया कि बहुसंख्यक समाज के 'पूर्वज हिंदू नहीं थे बल्कि मनु थे जो एक ओम यानी अल्लाह की इबादत करने वाले थे.' मौलाना मदनी ने यह टिप्पणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के उस कथित बयान पर की जिसमें उन्होंने कहा था कि मुसलमान चाहें तो अपने धर्म पर रहें या अपने पूर्वजों की तरफ लौट आएं.