मुंबई: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि गाजियाबाद उत्तर प्रदेश का दूसरा ऐसा स्थानीय निकाय होगा, जो म्युनिसिपल बॉन्ड जारी कर पैसा जुटाएगा. आदित्यनाथ ने बुधवार यहां लखनऊ नगर निगम (एलएमसी) के बांड की सूचीबद्धता के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लखनऊ इस मार्ग से पैसा जुटाने वाला उत्तर प्रदेश का पहला और राष्ट्रीय स्तर पर सातवां शहर है. एलएमसी ने पिछले महीने म्यूनिसिपल बांड से 200 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
मुख्यमंत्री ने इसे ऐतिहासिक अवसर बताते हुए कहा कि अन्य शहर मसलन गाजियाबाद, आगरा, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी भी इस मार्ग से संसाधन जुटाएंगे.
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि जल्द हम यहां गाजियाबाद नगर निगम का बांड सूचीबद्ध होने के अवसर के लिए उपस्थित होंगे. ’’
एशिया के सबसे पुराने शेयर बाजार बीएसई में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि बांड निर्गम के जरिये धन जुटाने से किसी नगर निगम का लेखा व्यवहार और अन्य प्रणालियों में सुधार होता है. उन्होंने कहा कि 10 साल का यह निर्गम ऐसे समय आया है जबकि ऋण दरें पिछले एक दशक के सबसे निचले स्तर पर हैं. यह दूसरी सबसे निचली कपून दर 8.5 प्रतिशत के साथ लाया गया है.
योगी आदित्यनाथ ने संसाधन जुटाने में देश की वित्तीय राजधानी की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि ‘महालक्ष्मी मंदिर’ एक सदी से अधिक से देश की आर्थिक प्रगति में योगदान दे रहा है.
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी आशुतोष टंडन, सतीश महाना और सिद्धार्थ नाथ सिंह और लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री ने मंगलवार शाम को यहां पहुंचने पर फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार के साथ मुलाकात की थी. उनका बुधवार को बॉलीवुड की अन्य हस्तियों तथा टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन सहित अन्य उद्योपतियों से भी मिलने का कार्यक्रम है.
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