UP News: उत्तर प्रदेश आपदा राहत वितरण के लिए एंड-टू-एंड कम्प्यूटराइज्ड रिलीफ मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने वाला देश का पहला सूबा बन गया है. एंड-टू-एंड कम्प्यूटराइज्ड रिलीफ मैनेजमेंट सिस्टम के तहत लाभार्थियों का चयन, डिजिटल अप्रूवल और खाते में धनराशि ट्रांसफर करने तक की पूरी प्रक्रिया पेपरलेस की गई है. आपदा राहत वितरण में पारदर्शिता के साथ-साथ समयबद्धता भी सुनिश्चित हो गई है. बीजेपी सरकार आपदा प्रभावितों तक मदद पहुंचाने के लिए गंभीर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का जोर एंड-टू-एंड कम्प्यूटराइज्ड रिलीफ मैनेजमेंट सिस्टम को ज्यादा उपयोगी बनाने पर है.


'बाढ़, भूकंप, आकाशीय बिजली पर बढ़े जन-जागरूकता'


सीएम ने कहा कि बाढ़, भूकंप, आकाशीय बिजली पर जन-जागरूकता को और बढ़ाया जाए. आपदाओं के समय 'क्या करें-क्या न करें' की जानकारी जनता तक पहुंचाई जाए. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आपदाओं के बचाव कार्य में लगे कार्मिकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जानी चाहिए. बारिश-बाढ़ में छोटी नौकाओं का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. नौकाओं में लाइफ जैकेट जैसे सुरक्षा प्रबंध की व्यवस्था जरूर हो. स्कूलों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, NCC, NSS, स्काउट गाइड आदि स्वयंसेवकों को आपदा राहत कार्यों के बारे में जागरूक किया जाए. मुख्यमंत्री ने नदी, पोखरों, तालाबों में बच्चों के डूबकर मरने की घटना पर चिंता जताई.


'जनहानि रोकने के लिए जागरूकता सबसे बड़ा हथियार'


उन्होंने बताया कि जनहानि को रोकने के लिए जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है और इस दिशा में काम होना चाहिए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के बीच परस्पर समन्वय बनाने पर जोर दिया. उन्होंने प्रदेश में आपदा प्रबंधन के कार्यों को और प्रभावी बनाने की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों में स्थापित इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को आईसीसीसी से इंटीग्रेट किया जाना चाहिए. उन्होंने आपदाकाल में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ जवानों की सेवा और दक्षता को सराहा. 


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