सीएम योगी बोले- 'निवेश करने वाले उद्यमियों की समस्याओं का करेंगे समाधान', युवाओं को बताया तीसरी आंख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्यमियों से न सिर्फ प्रदेश में और अधिक निवेश की अपील की, बल्कि उन्हें कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व कोष से युवाओं के कौशल विकास में योगदान करने के लिए प्रेरित किया.
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शनिवार को कहा कि 'उद्यमी मित्र' प्रदेश में निवेश करने वाले उद्यमियों और सरकारी मशीनरी के बीच सेतु की तरह काम करेंगे और वो उनकी समस्याओं का समाधान कराने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि यदि स्थानीय स्तर पर उद्यमियों की समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो उद्यमी मित्र उसकी जानकारी विभाग और शासन स्तर पर देंगे.
सीएम योगी ने शनिवार को यहां लोकभवन में 102 उद्यमी मित्रों को नियुक्ति पत्र दिए. इस मौके पर उन्होंने कहा, ''प्रदेश में निवेश करने वाले उद्यमियों और सरकारी मशीनरी के बीच 'उद्यमी मित्र' सेतु की तरह काम करेंगे और वो उनकी समस्याओं का समाधान कराने का प्रयास करेंगे. और यदि स्थानीय स्तर पर समाधान नहीं होता है तो उसकी जानकारी विभाग और शासन स्तर पर देंगे.'' उन्होंने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री फेलोशिप से जुड़े युवा आकांक्षात्मक विकास खंडों में शासन की तीसरी आंख की तरह कार्य करते हैं, उद्यमी मित्रों को भी उसी तरह काम करना होगा.
यूपी में अधिक निवेश की अपील की
शनिवार को यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार सीएम योगी ने उद्यमियों से न सिर्फ प्रदेश में और अधिक निवेश की अपील की, बल्कि उन्हें कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व कोष से प्रदेश के युवाओं के कौशल विकास में योगदान करने के लिए भी प्रेरित किया. इस अवसर पर विभिन्न उद्यमियों ने भी प्रदेश में कानून-व्यवस्था में सुधार के साथ एकल खिड़की निपटान जैसी सुविधाओं की सराहना की. प्रमुख उद्यमी मित्रों ने भी प्रशिक्षण के अनुभव मुख्यमंत्री के साथ साझा किए.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ''हमारे 100 से अधिक उद्यमी मित्र यहां चयनित हुए हैं. आपने 14 दिन के प्रशिक्षण के साथ ही कुछ औद्योगिक स्थलों का निरीक्षण भी किया है. आप जीवन की नई पारी शुरू करने जा रहे हैं. आप इन कार्यक्रमों के जरिए उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को आगे बढ़ाने में पूरी मजबूती से योगदान देंगे.''
उन्होंने उद्यमी मित्रों से कहा, ''प्रत्येक माह आपके कार्यों का मूल्यांकन होगा. तीन वर्ष के सफलतम कार्यकाल के बाद जो भी उद्यमी मित्र औद्योगिक विकास से जुड़े हुए या विभिन्न प्राधिकरण या शासन की किसी भी सेवा से जुड़ने का इच्छुक होगा, तो उसे उम्र में छूट के साथ ही विशेष वरीयता दी जाएगी.''
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस साल फरवरी में आयोजित किए गए ‘उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक सम्मेलन’ में हुए 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने 100 से अधिक ‘उद्यमी मित्रों’ का मई माह में चयन किया था.