उत्तर प्रदेश स्थित वाराणसी में मंगलवार को किसान सम्मान सम्मेलन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि बीते 62 सालों में पहली बार कोई नेता, अपने काम के माध्यम से तीसरी बार प्रधानमंत्री बना है. सीएम ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार कोई सरकार है जिसके एजेंडे में किसान और उनके सरोकार प्राथमिकता है.


सीएम ने कहा कि पीएम तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद आज उनका काशी आगमन हुआ है. देश की आजादी के बाद 62 वर्ष के बाद ये अवसर पहली बार आया है जब देश के किसी राजनेता ने अपने दम पर अपने बल पर अपने कार्यों के माध्यम से, अपनी लोकप्रियता के आधार पर तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली है. जिनके नेतृत्व में एक नए भारत का दर्शन हम कर रहे हैं. आज पीएम का काशी का आगमन हुआ है. 


उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसान 2014 में आजादी के बाद पहली बार देश की राजनीति के एजेंडे का हिस्सा बना था. अनेक योजनाएं लाकर किसानों की आय दुगनी करने के लिए हुए हुई कोशिशों के परिणाम हम देख रहे हैं. आज देश के करोड़ो किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि दी जा रही है. हम सबने बदलती हुई काशी को देखा है. नई काशी, पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित किए हए. दुनिया ने काशी को बदलते हुए देखा है.


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कृषि मंत्री ने कही ये बात
पीएम किसान सम्मान सम्मेलन के दौरान सीएम योगी से पहले केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "इतने बहुमत के साथ तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना और जनता द्वारा दिया गया जनादेश अपने आप में अभूतपूर्व है. मैं देश के सभी किसानों की ओर से पीएम मोदी का स्वागत करता हूं और उन्हें बधाई देता हूं. कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान इसकी आत्मा है और भाजपा मानती है कि किसान भगवान हैं और किसानों की सेवा करना भगवान की पूजा है. किसानों और खेती के प्रति हमारी प्रतिबद्धता ही है कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अगर किसी फाइल पर हस्ताक्षर किए तो वह किसान सम्मान निधि थी."


उन्होंने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है औऱ किसान भगवान है. किसानों की सेवा ही भगवान की पूजा है. ये किसान और खेती के प्रति प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता है. प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली फाइल जो खुली है वह किसानों के लिए ही है. पहले की सरकारें केवल बातें करती थी. प्राकृतिक खेती का अभियान प्रधानमंत्री जी ने चलाया है. बहनोें को लखपति दीदी बनाएंगे. आज कृषि सखी के प्रमाण पत्र भी वितरित किए जाएंगे. एक तरफ किसानों को वे अच्छी खेती के लिए प्रेरित करेंगी और उन्हें भी रोजगार मिलेगा.