लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीजेपी के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं. बीजेपी के अकेले मुख्यमंत्री हैं, जो बिहार में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. एक तरफ बिहार चुनाव में प्रत्याशियों के बीच उनकी डिमांड है, तो वहीं, उत्तर प्रदेश में हो रहे सात विधानसभा सीटों के उपचुनाव में भी कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही संभाल रखी है.


जहां प्रचार किया पार्टी को मिली जीत


2017 में योगी आदित्यनाथ जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, उसके बाद से जिन राज्यों में विधानसभा के चुनाव हुए, वहां योगी आदित्यनाथ को स्टार प्रचारक के रूप में प्रचार के लिए पार्टी ने भेजा. ज्यादातर राज्यों में जिन सीटों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रचार किया, वहां पार्टी को जीत मिली. योगी आदित्यनाथ की डिमांड चुनाव में कितनी रहती है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सुदूर केरल में जब विधानसभा के चुनाव हुए तो भी योगी आदित्यनाथ ने वहां पर चुनावी जनसभाएं की. इतना ही नहीं जब तेलंगाना में विधानसभा के चुनाव हुए, योगी आदित्यनाथ स्टार प्रचारक के तौर पर वहां गए.


बिहार में धुआंंधार रैलियां


अब बिहार में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं, तो भी योगी आदित्यनाथ बीजेपी के अकेले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें बिहार में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बिहार में चुनाव प्रचार का शंखनाद किया और कैमूर जिले और रोहतास जिले में चुनावी रैलियां की. वहीं, बुधवार को भी उनकी जनसभाएं बिहार में होनी है. 6 दिनों में कुल 18 चुनावी रैली योगी आदित्यनाथ बिहार में करेंगे. पार्टी के नेता कह रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री हैं और प्रदेश में जो विकास के काम हुए हैं, कानून व्यवस्था को बेहतर करने का काम है, वह एक बड़ी वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्टार प्रचारक के रूप में चुनाव प्रचार के लिए जिम्मेदारी देती है.


साल 2018 में देश के 5 राज्यों में जो विधानसभा के चुनाव हुए तो भी चाहे वह राजस्थान रहा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तेलंगाना रहा हो, हर जगह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार के लिए गए. साल 2019 में हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव हो रहे थे तो उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर उपचुनाव हो रहे थे. मुख्यमंत्री जहां यूपी में चुनाव में प्रचार कर रहे थे तो वहीं महाराष्ट्र और हरियाणा में भी धुआंधार प्रचार किया.


गोरखनाथ मंदिर की अहमियत


इसका नतीजा यह हुआ कि हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनी और महाराष्ट्र में बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिलीं. कुछ ऐसी स्थिति इस बार भी है, जब बिहार में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं तो वहीं यूपी में भी 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. इन दोनों ही चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमान संभाल रखी है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दरअसल बिहार में योगी आदित्यनाथ के स्टार प्रचारक बनाये जाने के पीछे एक बड़ी वजह गोरखनाथ मंदिर का महन्त होना भी काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि मठ के तमाम अनुयायी बिहार में भी रहते हैं और योगी आदित्यनाथ जो कहते हैं उसका असर पड़ता है.


ब्रांड हिंदुत्व का बड़ा चेहरा


जाहिर है योगी आदित्यनाथ ब्रांड हिंदुत्व का सबसे बड़ा चेहरा हैं. साथ ही अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मंदिर का निर्माण शुरू होना भी उनके मुख्यमंत्रित्व काल की एक बड़ी उपलब्धि है और यही वजह है कि वह जिन चुनाव में जाते हैं राम मंदिर का जिक्र भी जरूर करते हैं. जनता इस बार बीजेपी पर चुनाव में कितना भरोसा करती है, इसका नतीजा 10 नवंबर को सबके सामने होगा.


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