उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संविधान निर्माता डॉक्टर बीआर आंबेडकर को उनकी 66वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने आंबेडकर की भावनाओं के मुताबिक भारत के निर्माण के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिना किसी भेदभाव के समाज के प्रत्येक तबके को शासन की कल्याणकारी योजनाओं के साथ जोड़ा जा रहा है. योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में डॉक्टर आंबेडकर महासभा के परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया. 


स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डॉक्टर आंबेडकर ने संविधान की निर्देशिका में तीन शब्दों स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के जरिए सबकुछ कह दिया था. यह बताता है कि भारत को आगे बढ़ाने के लिए क्या चाहिए और अनंतकाल तक भारत कैसे आगे बढ़ पाएगा. 
 





योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने इस देश के अंदर भीमराव आंबेडकर की भावनाओं के अनुरूप भारत के निर्माण के लिए बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक तबके को शासन की कल्याणकारी योजनाओं के साथ जोड़ने का काम किया. 


इमरजेंसी ने क्या किया?


उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने आपातकाल के समय संविधान का गला घोंटने का प्रयास किया था. इमरजेंसी लगाकर उन्होंने लोकतंत्र को रौंदने का काम किया था. लेकिन पूरे देश ने एकजुट होकर इसका प्रतिकार किया था. 







वहीं एक ट्वीट में योगी आदित्यनाथ ने लिखा, ''महान विधिवेत्ता, सामाजिक न्याय के प्रबल पक्षधर, भारत के सर्वसमावेशी संविधान के शिल्पकार, 'भारत रत्न' बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. राष्ट्र निर्माण एवं समतामूलक समाज की स्थापना हेतु आपके कार्य सभी के लिए महान प्रेरणा हैं.''


योगी आदित्यनाथ के अलावा कई अन्य नेताओं ने भी डॉक्टर आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी है. आइए देखते हैं कि किसने क्या कहा है.