लखनऊ, संतोष शर्मा. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है. इसी के तहत योगी आदित्यनाथ ने अपने शासन के तीन सालों में सैकड़ों भ्रष्ट और दागी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है.


एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते तीन साल में 775 भ्रष्ट और दागी अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है. यहां तक कि कई अधिकारियों और कर्मचारियों को जबरन रिटायर कर उन्हें सेवा से भी बाहर कर दिया गया. ऐसे दागी अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या 325 है. वहीं, योगी सरकार में करीब 450 अधिकारियों और कर्मचारियों का निलंबन या डिमोशन किया गया है. बीते दो दिन में ही योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार के आरोप में दो आईपीएस को सस्पेंड कर चुके हैं.


आपको बताते हैं कि योगी सरकार के कार्यकाल में किन-किन विभागों के कितने अधिकारियों पर गाज गिरी है.


ऊर्जा विभाग के 169


गृह विभाग के 51


परिवहन विभाग के 31


राजस्व विभाग के 36


बेसिक शिक्षा के 26


पंचायती राज के 25


पीडब्ल्यूडी के 18


श्रम विभाग के 16


संस्थागत वित्त विभाग के 16


कमर्शियल टैक्स के 16


मनोरंजन कर के 16


ग्राम विकास विभाग के 15 और


वन विभाग के 11 अधिकारियों पर अब तक दंडात्मक कार्रवाई हो चुकी है. इसके अलावा 7 पीपीएस अधिकारियों को भी अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है.


ये भी पढ़ें:



भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहा है सीएम योगी का हंटर, महोबा के एसपी मणि लाल निलंबित


यूपी: बेरोजगारी के मुद्दे पर अखिलेश यादव का अभियान, कांग्रेस ने भी दिया साथ